ठाणे। कोस्टल रोड परियोजना (Coastal Road Project) में प्रभावित होनेवाली वन विभाग (Coastal road problems will be removed)की जमीन के बदले नई जमीन की तलाश अब अंतिम चरण में जा पहुंची हैं। हाल ही में चेन्नई की एक संस्था ने जमीन का परीक्षण किया है। महानगरपालिका ने कोस्टल रोड के निर्माण का प्रस्ताव केंद्र के मेरीटाइम बाउंड्री रेगुलेटरी एरिया अथॉरिटी को स्वीकृति के लिए भेजने की तैयारी कर ली है।
गायमुख से खारेगांव कोस्टल रोड पिछले कुछ महीनों से आकार लेती दिख रही थी। इसके लिए एमएमआरडीए से निश्चित वित्तीय सहायता ली जाएगी। कोस्टल रोड यह 13 किलोमीटर लंबी होगी है और इस पर 1316.98 करोड़ रुपये खर्च प्रस्तावित है। मनपा ने बालकुम से गायमुख तक सड़क बनाते समय कांदन वन क्षेत्र को प्रभावित करनेवाली है। प्रभावित वन भूमि के बदले वन विभाग को तीन स्थलों का विकल्प दिया गया था। जिसमें से चंद्रपुर जिले में वन विभाग को जगह देने का निर्णय लिया गया है और इस स्थान को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया मनपा के माध्यम से की जा रही है।
मंजूरी के प्रयास जारी है!
परियोजना के लिए केंद्र और राज्य समुद्री सीमांकन क्षेत्र प्राधिकरण (CRZ) की मंजूरी की आवश्यकता है, जिसमें से राज्य समुद्री सीमांकन क्षेत्र प्राधिकरण को इस सड़क के निर्माण के लिए मंजूरी मिल गई है। मनपा सूत्रों ने बताया कि अब मनपा केंद्र के मैरीटाइम बाउंड्री रेगुलेटरी एरिया अथॉरिटी की मंजूरी लेने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
मनपा को मिलेगा नक्शा!
हाल ही इंस्टीट्यूट फॉर रिमोट सेंसिंग, अन्ना विश्वविद्यालय,(चेन्नई) द्वारा सर्वे किया गया है। संस्था द्वारा अब मनपा को ज्वार और ज्वार रेखा सीमांकन का नक्शा उपलब्ध कराएगा। यह नक्शा एवं सड़क निर्माण योजना प्रस्ताव अनुमोदन के लिए केंद्रीय समुद्री सीमा नियामक जोन प्राधिकरण को भेजा जाएगा।
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