जो इंडिया / अहमदाबाद।
अहमदाबाद के खोकरा/मणिनगर इलाके में स्थित Seventh-Day Adventist Higher Secondary School
घटना का क्रम और प्राथमिक जानकारी
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार विवाद कुछ दिनों से चल रहा था और मंगलवार को स्कूल के बाहर यह झगड़ा बढ़ गया। आरोपी, जो नाबालिग बताया जा रहा है और कथित तौर पर कक्षा 8 का छात्र है, ने चाकू निकालकर वरिष्ठ छात्र पर वार किए। घायल छात्र को सहपाठियों द्वारा अस्पताल ले जाया गया, जहाँ बाद में उसकी मौत हुई। शुरुआती रिपोर्ट में मारपीट के बाद आरोपी फरार हुआ, पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
भीड़-प्रदर्शन और स्कूल में हंगामा
हत्या की खबर फैलते ही पीड़ित परिजन, स्थानीय लोग और समुदाय के लोग स्कूल पर जमा हो गए। कई रिपोर्टों के मुताबिक भीड़ ने स्कूल की संपत्ति को नुकसान पहुँचाया और स्टाफ/प्रशासन से मारपीट की। पुलिस ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए मौके पर बल तैनात किया तथा कुछ जगहों पर हल्की लाठितालाब (लाठीचार्ज) की भी सूचना है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि भीड़ में राजनीतिक/सामुदायिक तत्वों के शामिल होने से तनाव और बढ़ा।
स्कूल प्रशासन पर आरोप और आपत्तियाँ
अभिभावकों ने स्कूल पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं—शिकायतों का समय पर निपटान न होना, सुरक्षा व्यवस्था में नेग्लिजेन्स और आपातकालीन सेवा (एम्बुलेंस) के देरी से बुलाए जाने की बातें सामने आई हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि स्कूल ने तत्काल मदद की बजाय साइट की सफाई/रक्तचाप दूर करने की कोशिश की, जो सबूतों की सुरक्षा के संदर्भ में चिंताजनक बताई जा रही है; इस तरह के दावों की जांच पुलिस कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया है और केस को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। जांच में सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान, मोबाइल चैट लॉग और अस्पताल के मेडिकल रिकार्ड की पड़ताल शामिल है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार इस विवाद के पीछे पुराना रंजिश/बदमाशी का एंगल भी है; पुलिस यह देख रही है कि क्या पहले भी किसी तरह की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
सामाजिक व शैक्षिक असर
यह केस स्कूलों में सुरक्षा, बुलिंग (हनकाना), और नाबालिगों के बीच बढ़ती हिंसा की चिंता को तगड़ा संकेत देता है। जिला शिक्षा अधिकारी और संबंधित बोर्ड सेफ्टी ऑडिट और स्कूल-लेवल SOP की समीक्षा की मांग कर सकते हैं, जबकि बाल न्याय से जुड़े नियमों के तहत आरोपी नाबालिग के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया संचालित होगी।