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MUMBAI : लंबी दूरी की ट्रेनों में ब्लैंकेट का झोल,एसी कोच में टीसी ही बेचवा रहे ब्लैंकेट

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रेलवे के तरफ से नही दी जा रही पूर्व सूचना-

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शिकायत के बावजूद नहीं ली जा रही सुध

मुंबई | रेलवे(railway) के तरफ से रेल यात्रियों(passenger)के लिए एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि ट्रेन में बेडशीट, कंबल और पर्दे की सुविधा को फिर से शुरू किया जा रहा है। इसे कोरोना(covid) काल में संक्रमण को फैलने से रोकने के मकसद से बंद किया गया था। सभी रेलवे जोन के जनरल मैनेजर को यह आदेश जारी किया जा चुका है। रेलवे बोर्ड ने कहा है कि इन चीजों की सप्लाई तुरंत ही शुरू कर दी जाएगी। इसके बावजूद लंबी दूरी की कई ट्रेनों के साथ ही स्पेशल ट्रेनों में ब्लैंकेट का खेल किया जा रहा है | एसी कोच(ac coach) में बुजुर्गों द्वारा ब्लैंकेट की मांग किए जाने पर टीसी(tc) द्वारा ही सिर्फ ब्लैंकेट 200 रुपए में बेचे जा रहे है | इसको लेकर एक यात्री द्वारा शिकायत किए जाने के बावजूद कोई सुध नहीं लिए जाने का मामला सामने आया है |
बतादे कि विवेक त्रिवेदी के 60 वर्षीय पिता के एन त्रिवेदी और उनकी मां एलटीटी(Ltt ) से छूटने वाली 01449 नागपुर स्पेशल( Nagpur special train) बी 1 में यात्रा कर रहे थे | कोच में ब्लैंकेट दिए जाने की सूचना होने के कारण से ब्लैंकेट नहीं लिए | कोच में जब ब्लैंकेट नहीं मिलने पर टीसी को इस संदर्भ में शिकायत की , जिसके बाद कुछ ही देर में टीसी ने ब्लैंकेट उपलब्ध कराते हुए 200 रुपए की मांग किए | वही एक अन्य यात्री दिनेश यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि मुंबई से नागपुर यात्रा के दौरान ब्लैंकेट के लिए उनसे ढाई सौ रुपए लिए गए।

टीसी ने वापस लिया ब्लैंकेट

विवेक त्रिवेदी ने बताया कि जब उनके बुजुर्ग पिता ने पैसे देने से मना किया तो टीसी ने ब्लैंकेट वापस लेलिया | उन्हें बताया कि रेलवे के तरफ से ब्लैंकेट नहीं दिया गया है | बाहरी व्यक्ति से दिया गया है | विवेक ने बताया कि ब्लैंकेट कल्याण और क़सारा के बिच दिया गया | इससे साफ़ है कि ट्रेन में पहले से ब्लैंकेट रखा गया था और मांगे जाने पर बेचा जा रहा था | इसमें टीसी और ब्लैंकेट बेचने वाली की मिली भगत है | विवेक ने इस संदर्भ में जब रेलवे से ऑनलाइन शिकायत किया गया तब उन्हें बताया गया कि यह मामला मुंबई मंडल का है उन्हें भेजा गया है | लेकिन नागपुर पहुंचने तक किसी भी तरह से सही जवाब नहीं मिला | इस संदर्भ में मध्य रेलवे के डीआरएम को संपर्क किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला | वही मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार से संपर्क किए जाने पर बताया कि एसी कोच में ब्लैंकेट दिया जा रहा है | लेकिन कुछ ट्रेनों में शॉर्टेज है उसे भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

अपना पूर्वांचल महासंघ हुआ आक्रामक

लंबी दूरी की ट्रेनों में सुविधाओं को लेकर काम कर रहे अपना पूर्वांचल महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड अशोक कुमार दुबे ने बताया कि कोरोना के बाद रेलवे के तरफ से ब्लैंकेट देने की शुरुआत की गई है फिर भी कुछ ट्रेनों में नहीं दी जा रही है | इस सन्दर्भ में रेलवे को पत्र लिखकर मांग किए है कि जिस ट्रेन में ब्लैंकेट की सुविधा नहीं देनी है उसकी सूचना 24 घंटे पहले ही यात्रियों को दी जाए | जिससे कि घर से ब्लैंकेट ले सके | अगर सूचित नहीं कर रहे है तो वह रेलवे की जिम्मेदारी है कि उपलब्ध कराया जाये| अन्यथा इस संदर्भ में आंदोलन की चेतावनी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड अशोक कुमार दुबे ने दी है।

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