मुंबई। भाजपा(bjp)की ओर से विधानसभा चुनाव(assembly elections)के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद ऐसा लग रहा है कि पार्टी में बगावत का साया छाने लगा है। कई दावेदारों को टिकट नहीं मिलने से वे अब बगावत की तैयारी में हैं। इसी कड़ी में श्रीगोंडा निर्वाचन क्षेत्र में निवर्तमान विधायक बबनराव पचपुते की पत्नी प्रतिभा पचपुते सुवर्णा पचपुते को उम्मीदवारी ने मिलने से वे नाराज नजर आ रही हैं। इसी के साथ ही उन्होंने निर्दलीय लड़ने की चेतावनी दी है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा धृतराष्ट्र की तरह हो गई है और बाहरी लोगों को ही उम्मीदवार बना रही है।
विधानसभा चुनाव की घोषणा के पांचवें दिन रविवार को भाजपा ने 99 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की। इसमें ज्यादातर मौजूदा पदाधिकारियों के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों को भी टिकट दिया गया है। इससे कई सीटों पर इच्छूकों की नाराजगी देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में सुवर्णा पाचपुते अहिल्यानगर जिले के श्रीगोंदा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने जमकर तैयारी भी की थी। इतना ही नहीं निर्वाचन क्षेत्र में जनता से मिलते-जुलते हुए बैठकों का तांता लगा दिया था। हालांकि, भाजपा ने फिर से पाचपुते परिवार को टिकट नहीं दिया। इससे वे बहुत नाराज हो गई हैं।
सुवर्णा पचपुते ने क्या कहा?
अहिल्यानगर जिले के श्रीगोंडा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छूक सुवर्णा पाचपुते को उम्मीदवारी न मिलने से उनकी आंखों में आंसू आ गए। सुवर्णा पाचपुते ने अपने कार्यालय से भाजपा नेताओं की तस्वीरें और चुनाव चिह्न हटा दिए हैं। इस बीच उन्होंने कहा कि पार्टी मूल भाजपा कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए दूसरे दलों से पार्टी में शामिल हुए लोगों को उम्मीदवार बना रही है। पाचपुते ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी धृतराष्ट्र जैसी हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यालय से भाजपा का चिह्न हटाते समय मुझे बहुत भारी महसूस हुआ। सुवर्णा पाचपुते ने कहा कि मैं पार्टी को अपनी ताकत दिखाने के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगी।