मुंबई। मुंबई की दूसरी लाइफ लाइन के रूप मे बेस्ट को पहचान जाता है। लेकिन बेस्ट मे लगातार कर्मचारियों के सेवानिवृत होने के कारण यात्रियों को सेवा उपलब्ध कराने मे अन्याय होने के साथ ही अब बेस्ट के कर्मचारियों पर तनाव बढ़ा है आने वाले एक जून से काम का तनाव दोगुना होने वाला है। क्योंकि एक जून को बेस्ट के चार हजार कर्मचार सेवानवृत्त हो रहे है।
बता दे कि मुंबई मे बेस्ट बसों के माध्यम से मुंबई ,नवी मुंबई ,ठाणे ,मीरा रोड तक जोड़ने का काम करता है। बेस्ट के तीन हजार 91 हजार बसों मे प्रतिदिन 35 लाख यात्री यात्रा करते है। लेकिन लगातार बेस्ट के कर्मचारियों के सेवानिवृत होने के कारण काम का तनाव बढ़ने के साथ ही यात्रियों के सेवा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। बेस्ट कर्मचारी यूनियन के शशांक राव ने बताया कि बेस्ट मे कर्मचारियों की कमी होने के कारण यात्रियों को सेवा मिल नहीं पा रही है। नियम के अनुसार बेस्ट को 3037 बस खरीदनी चाहिए। लेकिन मात्र 1100 खुद की ओर 1600 से अधिक ठेके के बस से काम चला रहे है। लेकिन मौजूद समय मे मुंबई मे इससे अधिक बसों की जरूरत है। लेकिन बेस्ट की कमी के कारण यात्रियों को इसका खामियाजा भुगतान पड़ रहा है।
2015 से प्रमोशन बंद
शशांक राव ने बताया कि बेस्ट मे कर्मचारियों की भर्ती बंद होने के साथ ही 2015 से कर्मचारियों की प्रमोशन भी बंद है। जब कि नियमानुसार प्रमोशन कर्मचारियों का अधिकार है। लेकिन कर्मचारियों के साथ अन्याय करते हुए प्रमोशन बंद किया गया है। ठेका कर्मचारियों से मनमानी काम कराया जा रहा है जिससे यात्रियों को भी बेस्ट का सेवा मिलने मे कई समस्या आ रही है।