मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव(assembly elections in maharashtra)को लेकर तारीखों का ऐलान जल्द होने की संभावना है। भारतीय चुनाव आयोग की टीम(Election Commission of India team)चुनाव की तैयारियों को लेकर राजधानी मुंबई पहुंची है। चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव को लेकर बयान दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार में कहा कि महाराष्ट्र की सीमा छह राज्यों से लगती है। इन सीमाओं पर 300 चेक पोस्ट बनाए जाएंगे। ताकि अवैध नकदी, नशीले पदार्थ, शराब को राज्य में लाने से पहले ही रोक लिया जाए। साथ ही एंबुलेंस और एटीएम में कैश डालने के लिए इस्तेमाल होने वाली कैश वैन पर भी नजर रखी जाएगी. चुनाव प्रचार के दौरान पैसे को अवैध रूप से लाने के लिए हेलीकॉप्टरों का भी इस्तेमाल किया जाता है। कुमार ने यह भी कहा कि हवाई मार्ग से माल के अवैध परिवहन को रोकने के लिए सभी हेलीपैडों पर हेलीकॉप्टरों की जांच की जाएगी।
आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम महाराष्ट्र में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के लिए यहां आए हैं। हमने राष्ट्रीय दलों और क्षेत्रीय दलों के नेताओं से मुलाकात की। हमने हितधारकों, डीएम, पुलिस आयुक्त, डीजीपी से मुलाकात की। शिवसेना सहित कुल 14 दलों के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने हमें चुनाव की तारीखों की घोषणा करने से पहले दिवाली, देव दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों पर विचार करने के लिए कहा है।
19.48 लाख नए मतदाता
शनिवार को केंद्रीय चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें महाराष्ट्र में होने वाले आगामी चुनावों पर जानकारी दी। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वर्तमान में महाराष्ट्र में 9.59 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 19.48 लाख नए मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। राज्य में कुल 1,00,186 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से 42,585 शहरी और 57,601 ग्रामीण मतदान केंद्र हैं।
महाराष्ट्र में क्या है बूथ की स्थिति
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में सभी की भागीदारी जरूरी है। हम शहरी क्षेत्रों में 100 प्रतिशत बूथों पर सीसीटीवी कवरेज सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करेंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में भी हम 50 प्रतिशत से अधिक बूथों को सीसीटीवी से कवर करने का प्रयास करेंगे। 350 बूथों का प्रबंधन युवाओं द्वारा किया जाएगा, 299 बूथों का प्रबंधन दिव्यांगों द्वारा किया जाएगा और 388 बूथों का प्रबंधन केवल महिलाओं द्वारा किया जाएगा।