जो इंडिया / ठाणे
ठाणे के नौपाड़ा पुलिस स्टेशन क्षेत्र (Naupada police station area of Thane) में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मां और दो अन्य महिलाओं पर 17 वर्षीय दिव्यांग लड़की की हत्या और शव ठिकाने लगाने का आरोप लगा है। पुलिस ने मामले में हत्या, सबूत नष्ट करने और अपराध में सहायता करने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
क्या है मामला?
मामले की शिकायत वर्षा शोभित रघुनंदन (42, निवासी ठाणे) ने दर्ज कराई है। मृतका यशस्वी राजेश पवार (17) जन्म से ही दिव्यांग थी और 15 फरवरी से गंभीर रूप से बीमार चल रही थी। बीमारी के कारण होने वाले दर्द से वह पूरी रात रोती थी, जिससे परेशान होकर उसकी मां स्नेहल राजेश पवार (39) ने कथित रूप से 19 फरवरी की रात 10 बजे उसे दवा दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
शव ठिकाने लगाने की साजिश
इसके बाद, 20 फरवरी की रात 1:30 बजे, स्नेहल पवार ने अपनी मां सुरेखा हिंदुराव माहंगडे (60) और एक अन्य महिला के साथ मिलकर शव को सफेद कार (MH-04 LQ 4009) में रखा और सातारा जिले के वाई तालुका के पासरानी गांव ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया।
CCTV फुटेज से हुआ खुलासा
पुलिस को घटना से संबंधित CCTV फुटेज मिला है, जिसमें शव को कार में ले जाते हुए देखा गया है। फुटेज के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 103(1), 238 और 3(5) के तहत हत्या, सबूत नष्ट करने और अपराध में सहायता करने का मामला दर्ज किया है।
पुलिस जांच जारी
नौपाड़ा पुलिस स्टेशन के अधिकारी मामले की गहन जांच कर रहे हैं। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मृतका को कौन सी दवा दी गई थी, यह घटना पूर्व नियोजित थी या नहीं और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है
यह घटना एक बार फिर दिव्यांग व्यक्तियों की सुरक्षा और देखभाल करने वालों के मानसिक तनाव पर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर करती है। पुलिस जल्द ही आरोपियों को हिरासत में लेकर आगे की पूछताछ कर सकती है।