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मिल मजदूरों विधानभवन पर निकालेंगे आक्रोश मोर्चा

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मुंबई। कामगार संगठनों(workers organizations)की ओर से लगातार किए जा रहे प्रयासों के बावजूद पिछले कई सालों से मिल मजदूरों की समस्या यथावत बनी हुई है। ऐसे में इस मुद्दे को लेकर मजदूर कामगार कृति संगठन के नेतृत्व में 27 फरवरी को विधानभवन पर अक्रोश मोर्चा निकालकर ईडी सरकार का इस ओर ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा इसी दिन आजाद मैदान में भारी संख्या में मिल मजदूरों का जमघट लगेगा।
उल्लेखनीय है कि 7 फरवरी को लालबाग स्थित भारत माता थियेटर के पास मिल मजदूरों और चाल निवासियों द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन ने सरकार की नींद उड़ा दी थी। बता दें कि अब तक स्थाई आवास के लिए 1.75 लाख मजदूरों ने फार्म भरा है। कामगार कृति संगठन द्वारा बीते 10 सालों से लड़ाई जारी है। इस लड़ाई के बाद अब तक केवल 16 हजार मिल मजदूरों की ही लॉटरी लग पाई है। ऐसे में अभी भी एक लाख से अधिक मजदूर अभी भी घर की प्रतीक्षा में हैं। बहरहाल गिरणी कामगार कृति संगठन ने 21 अगस्त 2023 को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर मिल मजदूरों के घरों की समस्या को हल लिए जाने को लेकर चर्चा करते हुए कई सुझाव दिया था। लेकिन आज तक उन सुझाओं पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके विपरित राज्य सरकार पात्रता निर्धारण मामले में अतार्किक शर्तें लगाकर पिछली सरकार के समय निकाले गए आवासों का आवंटन कर रही है। इसके साथ ही यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मिल मजदूरों को कम आवास कैसे मिलेंगे।

विधायकों को दिया गया विस्तृत ब्योरा

इस मुद्दे पर गिरणी कामगार कृति संगठन ने मुंबई में सभी विधायकों को मांगों का विस्तृत ब्योरा दिया है। इसमें सभी विधायकों से अनुरोध किया गया है कि वे मिल मजदूरों के इस हक के और जायज मुद्दे पर विधान सभा में आवाज उठाएं। साथ ही आजाद मैदान में मजदूरों के विरोध प्रदर्शन में उनका मार्गदर्शन करें। संगठन की ओर से कहा गया है कि इस विरोध का असर अब विधानसभा में भी दिखेगा। विधानसभा बजट सत्र 26 फरवरी से 1 मार्च तक चलेगा।

नींद से जगाएगी आक्रोश मोर्चा

कामगार नेता व राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ के अध्यक्ष सचिन अहिर ने पिछले धरना प्रदर्शन में संगठन के 27 तारीख को आयोजित होनेवाले आक्रोश मोर्चा के जरिए सोई हुई ईडी सरकार को जगाने की अपील की थी। इसी के तहत महाराष्ट्र के गांव- गांव में सभाएं हो रही हैं।कोल्हापुर में संगठन के कोषाध्यक्ष निवृत्ति देसाई द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई सभा में सचिन अहीर ने मार्गदर्शन किया था, जो खूब वायरल हुई है। उपाध्यक्ष बजरंग चव्हाण और आण्णा शिर्सेकर की मालवण में सभा मिल मजदूरों के बीच जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण रही है।

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