मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और युवासेना प्रमुख आदित्य ठाकरे (Aditya thackeray) ने मुंबई महापालिका (मनपा) के 2025-26 के बजट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस बजट में मुंबईकरों को कोई राहत नहीं मिली। उन्होंने भाजपा पर मुंबई का शोषण करने का आरोप लगाया और कहा कि भ्रष्टाचार और अधिकारियों की मनमानी से मुंबईकर त्रस्त हैं।
आदित्य ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनपा बजट के खिलाफ अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा, “ग़म बहुत हैं मगर खुलासा कौन करे, मुस्कुरा देता हूँ यूँ ही तमाशा कौन करे…” इस शायरी के माध्यम से उन्होंने मुंबईकरों की निराशा को व्यक्त किया और कहा कि यह शायरी बजट के बाद की स्थिति को पूरी तरह से दर्शाती है।
उन्होंने बजट में झुग्गी बस्तियों की दुकानों पर लगाए गए कर को ‘अडानी टैक्स’ करार दिया। उनका कहना था कि इससे धारावी जैसी बस्तियों में दुकानें बंद हो जाएंगी और आगे झुग्गियों के घरों पर भी कर लगाया जाएगा। इसके अलावा, कचरा संकलन पर कर लगाने का भी प्रस्ताव था, जिसे ठाकरे ने आलोचना की। उन्होंने यह भी कहा कि देवनार डंपिंग ग्राउंड को साफ करने के लिए मनपा पैसे खर्च कर रही है, क्योंकि वह जमीन अडानी प्रोजेक्ट को दी जाएगी, लेकिन इस पर बजट में कोई उल्लेख नहीं किया गया।
सड़क निर्माण में हो रहे घोटाले पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुंबई की सड़कों का हाल बेहाल है और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दो साल में गड्ढों से मुक्ति दिलाने का वादा किया था, लेकिन अब तक सिर्फ 26% सड़क निर्माण कार्य ही पूरा हुआ है।
आदित्य ठाकरे ने पूछा, “क्या एमएसआरडीसी अब 4,000 करोड़ रुपये की भरपाई मुंबई महापालिका को करेगी?” उन्होंने कहा कि कोस्टल रोड परियोजना में भी कंपनियों के बदलाव और काम में देरी से नुकसान हुआ है। ठाकरे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पारदर्शिता की मांग की।
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