मुंबई। मुंबई में हालिया मानसून ने महंगाई को बढ़ा दिया है। लगातार हो रही भारी बारिश ने आम लोगों की कमाई को कम कर दिया है और व्यापारियों ने बताया कि मानसून के दौरान वर्क फोर्स में कमी आई है। कई स्थानीय व्यवसायियों ने कहा है कि भारी बारिश और बाढ़ की वजह से कर्मचारियों की उपस्थिति में कमी आई है, जिससे उत्पादन और बिक्री प्रभावित हो रही है
आलू, प्याज और अन्य सब्जियों की कीमतों में भारी वृद्धि देखी जा रही है। जून में प्याज की कीमतों में 93.4% की वृद्धि हुई है, जबकि आलू की कीमतों में 66.4% की बढ़ोतरी हुई है। सब्जियों की आपूर्ति में कमी और वितरण में बाधाओं के कारण कीमतें आसमान छू रही हैं। मुंबई में बारिश की तीव्रता और लगातार लोकल ट्रेनों के कैंसिलेशन ने वर्क फोर्स और बाजार पर नकारात्मक असर डाला है।
वर्क फोर्स पर असर
ट्रेन सेवाओं में रुकावटों ने वर्कफोर्स की आवाजाही को बाधित कर दिया है, जिससे कंपनियों में कर्मचारियों की उपस्थिति कम हो गई है। एक कपड़ा व्यापारी अल्पेश पलोरा ने बताया की बारिश के कारण मुंबई की लोकल ट्रेनें बार-बार रद्द हो रही हैं, जिससे कर्मचारियों का समय पर काम पर पहुंचना मुश्किल हो गया है। कई कर्मचारियों ने समय पर न पहुंच पाने के कारण छुट्टी लेने का विकल्प चुनें है, जिससे व्यवसायों में काम की गति धीमी हो गई है। बता दें की पिछले ४-५ दिनों में करीबन 500 – 600 के बीच लोकल सेवा कैंसल हुई है। कल बारिश के वजह से लगभग 70 से अधिक सेवाए मध्य रेलवे में कैंसल हुई है।
महंगाई की स्थिति
भारतीय रिजर्व बैंक और अर्थशास्त्रियों का कहना है कि मानसून की प्रगति खाद्य महंगाई को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मानसून के कारण हुई फसल नुकसान और आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं ने महंगाई को बढ़ा दिया है। मुंबई की मानसून ने न केवल महंगाई को बढ़ा दिया है बल्कि वर्कफोर्स और बाजार पर भी असर डाला है। भारी बारिश और ट्रेन कैंसिलेशन ने आम जनता और व्यापारियों दोनों को परेशान किया है। हालांकि, मानसून की सही प्रगति से भविष्य में कुछ राहत की उम्मीद की जा सकती है, पर वर्तमान स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।