जो इंडिया / मुंबई: महात्मा ज्योतिबा फुले अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान (महाज्योति) (Mahatma Jyotiba Phule Research and Training Institute (Mahajyoti) की ‘पुस्तक संच वाटप योजना’ के तहत इस वर्ष 7000 से अधिक अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों को जेईई, नीट और एमएचटी-सीईटी की किताबें वितरित की जाएँगी। यह पहल इन जरूरतमंद छात्रों को उनकी आगामी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में वरदान साबित होगा। बता दें कि महाज्योति के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए 7000 से अधिक ओबीसी छात्रों ने पंजीकरण कराया है और उन्हें ही यह अध्ययन सामग्री प्राप्त होगी। ये लाभार्थी महाराष्ट्र के सभी 36 जिलों से आए हैं, जिनमें सबसे अधिक पंजीकरण जलगाँव क्षेत्र से हुए हैं। इसके बाद अमरावती, धुले, बुलढाणा, अहमदनगर और अन्य क्षेत्रों से पंजीकरण हुए हैं। इस योजना के तहत पुस्तकों का वितरण शुरू किया जा चुका है।
जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए महाज्योति
महाराष्ट्र सरकार के अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के तहत महाज्योति एक स्वायत्त संगठन है। यह संगठन इस तरह की पहलों के माध्यम से छात्रों को सशक्त बनाने में जुटा है। यह विभाग ओबीसी, वंचित जातियों-घुमंतू जनजातियों और विशेष पिछड़ी जातियों के लिए शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए विभिन्न गतिविधियाँ चला रहा है।
विद्यार्थी योजना का लाभ उठाएँ
महाराष्ट्र के अन्य पिछड़ा वर्ग और बहुजन कल्याण विभाग के मंत्री श्री अतुल सावे जी ने इस संदर्भ में बताया, “महाज्योति योजना को छात्रों से जो शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है, वह सराहनीय है। यह पहल अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने और उन्हें अपने जीवन में लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता प्रदान करती है। हम ओबीसी छात्रों के लिए इस तरह के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम उन्हें प्रोत्साहित करते हैं कि वे आगे आएँ और इस प्रकार की महत्त्वपूर्ण सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएँ। मैं उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएँ देता हूँ।”
सर्वश्रेष्ठ संसाधन प्रदान करना हमारा संकल्प
महात्मा ज्योतिबा फुले अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान (महाज्योति) के प्रबंध निदेशक श्री प्रशांत वावगे जी ने कहा, “प्रवेश परीक्षाओं में सफलता पाने में जुटे छात्रों से इतनी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिलना इस योजना हेतु बहुत ही उत्साहजनक है। यह प्रतिसाद विद्यार्थियों को सर्वश्रेष्ठ शैक्षिक संसाधन प्रदान करने के हमारे संकल्प को और मजबूत करती है। हम हर योग्य ओबीसी छात्र से आग्रह करते हैं कि वह इस सुनहरे अवसर का पूरा लाभ उठाते हुए इस योजना का हिस्सा बने। हम सभी विद्यार्थियों को उनकी तैयारी व उज्ज्वल भविष्य की ढेरों शुभकामनाएँ देते हैं।”
छात्रों में खुशी की लहर
इस योजना के कारण छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है। नागपुर से एक लाभार्थी आर्यन की माँ किरण निम्जे ने कहा, “महाज्योति योजना शुरू करने हेतु हम सरकार के प्रति बहुत आभारी हैं। मेरे बेटे को जेईई की किताबें मिलीं और वह उन्हें पाकर बहुत खुश है। उसने अपनी एसएससी बोर्ड परीक्षा में 94% अंक प्राप्त किए थे और उसने 11वीं कक्षा से ही इंजीनियरिंग की तैयारी शुरू करने का निर्णय लिया था। महाज्योति योजना हमारे परिवार के लिए वरदान साबित हुई है, क्योंकि इतनी महँगी किताबों को खरीद पाना हमारे लिए लगभग असंभव था।”
अमरावती से एक अन्य लाभार्थी आदित्य की माँ शीतल नागरगोजे ने कहा, “यह महाज्योति योजना छात्रों के लिए बहुत लाभदायक है। हमें इसके बारे में हमारे पड़ोसी से पता चला था। मेरे बेटे ने अपनी एसएससी की परीक्षा में 80% अंक प्राप्त किए और उसने पहले ही जेईई की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। हम बेहद भाग्यशाली हैं कि हमें इस योजना के बारे में पता चला। अगले वर्ष की प्रवेश परीक्षा की तैयारी में इस योजना के कारण हमारे बेटे को बहुत मदद मिलेगी।”