जो इंडिया / पानीपत, हरियाणा:
यह घटना न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि यह एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि भारत में किशोरियों और महिलाओं की मासिक समस्याओं को गंभीरता से लेने की कितनी आवश्यकता है।
हाल ही में मनाया था 18वां जन्मदिन
जानकारी के अनुसार, अन्नू का जन्मदिन 14 जुलाई को ही मनाया गया था। वह अपने माता-पिता की चार संतानों में सबसे बड़ी थी और हाल ही में 12वीं की पढ़ाई पूरी कर एक कंप्यूटर कोर्स और आईटीआई में दाखिला लिया था।
पिता के लौटने पर मिला शव
घटना वाले दिन अन्नू के पिता सुरेंद्र अपनी छोटी बेटी को दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाने के लिए अस्पताल लेकर गए थे। शाम लगभग 4:30 बजे जब वे घर लौटे, तो अन्नू ने उनके लिए चाय बनाई और ऊपर के कमरे में चली गई। कुछ देर बाद जब सुरेंद्र ऊपर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि दरवाजा आधा खुला था। अंदर जाने पर उन्होंने देखा कि अन्नू ने चुन्नी के सहारे पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी।
पुराने समय से थी माहवारी की समस्या
परिवार के अनुसार, अन्नू लंबे समय से माहवारी से जुड़ी शारीरिक समस्याओं से जूझ रही थी। इलाज के बावजूद भी उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, जिससे वह अक्सर मानसिक रूप से तनावग्रस्त रहती थी।
पुलिस कर रही जांच
सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और अन्नू की मेडिकल हिस्ट्री व पारिवारिक स्थिति की भी जांच की जा रही है।