मुंबई । परेल स्थित ग्लोबल अस्पताल (glonbal hospital parel) मे हाथ प्रत्यारोपण हुए मरीज मोनिका मोरे और एशिया के पहले हाथ प्रत्यारोपण प्राप्तकर्ता प्रथमेश तावडे (prathmes tavde) अब टाटा मुंबई मैराथन २०२३ में शामिल होने वाले है। अंगदान के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना इसका मुख्य उद्देश्य हैं।
मरीजों की देखभाल और उत्तम वैद्यकीय सुविधा प्रदान करने में ग्लोबल अस्पताल हमेशा सबसे आगे रहा हैं। अंगदान के बारे में लोगों की सोच बदलना काफी जरूरी हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मुंबई मैरेथॉन द्वारा अंगदान के बारे जागरूकता निर्माण करके लोगों को प्रेरित करने का निर्णय लिया हैं।
परेल स्थित ग्लोबल अस्पताल के प्लास्टिक, हैंड एंड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नीलेश सतभाई ने कहॉं की, “अंगदान एक निःस्वार्थ महान कार्य हैं। मृत्यू के बाद अंगदान करने से किसी अन्य व्यक्ती को नई जिंदगी मिल सकती हैं। यह किसी ऐसे व्यक्ति को जीवन का दूसरा मौका प्रदान कर सकता है, जिसके परिवार का कोई सदस्य या प्रियजन किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।”
ग्लोबल हॉस्पिटल्स के सीईओ डॉ. विवेक तलौलीकर ने कहा, “हाथ प्रत्यारोपण हुए मोनिका मोरे और प्रथमेश तावडे डॉक्टर औऱ अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर मुंबई मैरेथॉन में अंगदान के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढाने का प्रयास करनेवाले हैं। इतना ही नहीं बल्कि लोगों को अंगदान के लोगों को प्रेरित करने के लिए मोनिका और प्रथमेश ड्रीम रन में भाग लेने वाले हैं। हमे इस बात का काफी गर्व हैं।