नवी मुंबई। मुंबई कृषि उत्पन बाजार समिति (Mumbai Agricultural Produce Market Committee) के फल बाजार समिति में हापुस सीजन की शुरुआत हो चुकी है और हर दिन 60,000 से 70,000 बॉक्स बाजार में आ रहे हैं।एपीएमसी पर पहले से ही फायर फाइटिंग सिस्टम का बोझ है, ज्यादातर जगहों पर फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगा है। (Fire likely to repeat in APMC market) ऐसे में बड़ी संख्या में लकड़ी के डब्बे, पेटी, भूसा फल बाजार में आ रहा है। कुछ ने लकड़ी के बक्सों को बाजार परिसर में रखकर अतिक्रमण कर लिया है। इसके अलावा भीषण गर्मी है और फल मंडी में आग लगने की घटना की पुनरावृत्ति होने की आशंका है। एपीएमसी द्वारा पांचों मंडी क्षेत्रों में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगाया गया है।
सभी बाजारों में बड़ी मात्रा में कृषि उत्पाद हैं। खासकर सब्जी और फल बाजार में ज्यादा जोखिम है। कुछ व्यापारियों ने अलग अग्निशमन प्रणाली स्थापित की है, लेकिन कुछ ने उन्हें स्थापित किया है और बाजार में अग्नि सुरक्षा अविश्वसनीय है। इस समय फल बाजार में आम का सीजन चल रहा है और लकड़ी के डब्बे और भूसा भारी मात्रा में आ रहा है। साथ ही इन लकड़ी के बक्सों को खुली जगह पर रखकर अतिक्रमण भी किया गया है। पिछले साल फल मंडी में आग लगने का बड़ा हादसा हुआ था। इसमें 25 से 30 कोयले जल गए। अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह आग इस जगह पर कागज के बक्सों और कार्डबोर्ड के अतिक्रमण के कारण लगी है। अब अधिक लकड़ी के बक्से, घास फल बाजार में प्रवेश कर रहे हैं और अनाधिकृत उपयोग भी बढ़ रहा है, इसलिए बाजार में आग लगने की घटनाएं फिर से हो सकती हैं। एपीएमसी फल मंडी में इस समय आम का सीजन चल रहा है। इसलिए हिदायत दी गई है कि कोई भी व्यक्ति बाजार में लकड़ी के बक्सों, घास और गत्ते का सामान न रखे। फल बाजार समिति की उप सचिव संगीता अधंगले ने कहा कि सुरक्षा गार्ड इस पर नजर रख रहे हैं।