मुंबई। अक्सर जटिल से जटिल सर्जरी कुछ अनुभवी डॉक्टरों द्वारा अपने कौशल का परीक्षण करके की जाती है। इससे कितने मरीजों को नई जिंदगी मिलती है। लेकिन कुछ डॉक्टरों की लापरवाही से कई मरीजों की जान पर बन आती है। ऐसी ही एक घटना शहापुर उपजिला अस्पताल में घटी है। यहां डॉक्टरों की लापरवाही का खामियाजा एक 14 साल के किशोर को भुगतना पड़ा है। इसमें डॉक्टरों ने किशोर के पैर की बजाय प्राइवेट पार्ट की सर्जरी कर दी। यह घटना सामने आने के बाद हर स्तर पर उसकी निंदा हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार शहापुर निवासी 14 वर्षीय प्रीतम सुरेश नामक किशोर के पैर में चोट लग गई थी। उसके माता-पिता ने उसे इलाज के लिए शहापुर उपजिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। इसके बाद उसके पैर का एक्स-रे निकले गए और अन्य टेस्ट किए गए। उसकी रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों ने जांच की और उसके माता-पिता से कहा कि प्रीतम के पैर का ऑपरेशन करना होगा। प्रीतम के माता-पिता ने इसकी इजाजत दे दी।
पहले दो किशोरों की हुई थी यूरीनरी ट्रैक सर्जरी
सारी तैयारी के बाद किशोर को ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। हालांकि वहां डॉक्टरों ने प्रीतम के पैर की जगह प्राईवेट पार्ट की सर्जरी कर दी। प्रीतम से पहले इसी ऑपरेशन थिएटर में दो किशोरों की यूरिनरी ट्रैक्ट सर्जरी की गई थी। उन दोनों किशोर की सर्जरी के बाद पैर की सर्जरी के लिए ले जाए गए प्रीतम की भी वही सर्जरी हुई। डॉक्टरों की लापरवाही उजागर हो होने के बाद हर तरफ गुस्सा जताया जा रहा है।