मुंबई। थाने जिले के बदलापुर(Badlapur)के एक नामी स्कूल में साढ़े तीन साल के दो बच्चों के साथ हुई दरिंदगी की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। लेकिन वहीं अब तक जिले के स्कूलों में सखी सावित्री समिति(Sakhi Savitri Samiti)है या नहीं, इसके बारें में जिला प्रशासन अनभिज्ञ था। आखिरकार मंगलवार को अभिभागवकों के सड़क पर उतरने के बाद ठाणे के जिला कलेक्टर अशोक शिनगारे की नींद खुल गई और उन्होंने घटना के बाद यह जांच करने का आदेश दिया है कि स्कूलों में सखी सावित्री समितियां हैं या नहीं। इससे जिला प्रशासन के कामकाज पर सवाल खड़ा होने लगा है।
बात दें कि बदलापुर के एक नामी स्कूल में साढ़े तीन साल के दो बच्चों के साथ कुकर्म किया गया। इस संबंध में मंगलवार की सुबह 6:30 बजे बदलापुर पूर्व स्थित आदर्श स्कूल(Adarsh School)के बाहर अभिभावकों और नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस आंदोलन में कुछ प्रदर्शनकारियों ने सुबह करीब साढ़े दस बजे इस मार्च को बदलापुर रेलवे स्टेशन की ओर मोड़ दिया। प्रदर्शनकारियों ने मुंबई आने वाली और मुंबई जाने वाली दोनों रेल सेवाओं को रोक दिया। जैसे ही नागरिकों की ओर से गुस्सा भरी प्रतिक्रियाएं सामने आईं।
स्कुल प्रबंधन ने मुख्याध्यापक को किया निलंबित, दो सेविकाओं को भी हटाया, पुलिस इंस्पेक्टर का हुआ तबादला
स्कूल प्रबंधन ने ,मामले को बढ़ता देख स्कूल की संबंधित प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया और बच्चों की देखभाल करने वाली दो सेविकाओं को हटा दिया है। साथ ही पुलिस इंस्पेक्टर का तत्काल तबादला कर दिया गया है। इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने स्कुल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है।
स्कुल प्रबंधन ने घटना को लेकर मांगी माफ़ी
स्कूल के अध्यक्ष जय कोतवाल ने प्रदर्शनकारियों से शांत होने की अपील की। उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते स्कूल में हुई घटना निंदनीय आणि घृणास्पद है। हम पुलिस को यथासंभव सहयोग कर रहे हैं।’ हम प्रशासन और लड़की के माता-पिता का भी सहयोग कर रहे हैं।’ हम इस बारे में भी सोच रहे हैं कि अपनी स्कूल प्रणालियों को कैसे ठीक और सुरक्षित किया जाए। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि आप किसी बात का गुस्सा इस स्कूल पर न निकालें। प्रदर्शनकारियों से हाथ जोड़कर तोड़फोड़ न करने का अनुरोध किया है।
शिक्षा विभाग के पास नहीं आकड़ा
राज्य सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में बालक-बालिकाओं की सुरक्षा के लिए सखी सावित्री समिति बनाने का निर्देश दिया था। बदलापुर घटना के बाद कलेक्टर शिनगारे ने यह जांचने का आदेश दिया है कि ये समितियां स्कूलों में हैं या नहीं। हालांकि, शिक्षा विभाग के पास कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं थी। जब समिति के बारे में ठाणे जिला परिषद में प्राथमिक विभाग के शिक्षा अधिकारी बालासाहेब राक्षे से पूछा गया, तो उन्होंने दावा किया कि स्कूलों में पहले भी ऐसी समितियां बनाई गई हैं। लेकिन स्कूलों में समितियों की संख्या के बारे में अधिक जानकारी देने से वह बचते नजर आए। इससे जिला प्रशासन की गैरजिम्मेदाराना कारभार एक बार फिर सामने आ गया है।
शिवसेना (शिंदे) के शहर प्रमुख वामन म्हात्रे की फिसली जुबान, महिला पत्रकार पर की टिप्पणी
बदलापुर के पूर्व महापौर व शिवसेना (शिंदे गुट) के शहर प्रमुख वामन म्हात्रे की आंदोलन को कवर करने गई एक महिला पत्रकार से बात करते समय जुबान फिसल गई। म्हात्रे ने महिला पत्रकार पर भड़कते हुए कहा, आप ऐसी खबरें दे रहे हैं जैसे कि आपके साथ बलात्कार हुआ हो। ऐसी भाषा का प्रयोग करने वाले म्हात्रे का हर जगह विरोध हो रहा है और जिले के पत्रकारों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। पत्रकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री की ही पार्टी के नेता उनके ही ठाणे जिले में ऐसा व्यवहार कर रहे हैं तो महिलाएं कहाँ से सुरक्षित रहेगी।