मुंबई । मध्य रेलवे(Central Railway)के कुप्रबंधन के कारण शारीरिक रूप से विकलांगों यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। गुरुवार रात 10.55 बजे मेल एक्सप्रेस छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के प्लेटफार्म नंबर 9 से चेन्नई के लिए रवाना होती। इस ट्रेन में दिव्यांगों के लिए ट्रेन की बोगी प्लेटफॉर्म खत्म होने के बाद नीचे ट्रैक की तरफ़ थी। इससे विकलांग यात्रियों को ट्रेन मैं चढ़ने में परेशानी हुई। ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों ने उन्हें ट्रैक पर लाकर उठाया और गाड़ी में बैठाया।
चेन्नई मेल एक्सप्रेस छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से हर रोज जाती है। यह ट्रेन को पहले लंबे प्लेटफार्म से छोड़ा जाता था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से इस ट्रेन को छोटे प्लेटफॉर्म नंबर 9 से छोड़ा जा रहा है। ट्रेन में इंजन के बाद पहला डब्बा विकलांग डिब्बा है। यात्रियों की अधिक संख्या को देखते हुए गुरुवार को इस ट्रेन में दो अतिरिक्त डिब्बे जोड़े गए। जिससे इंजन और उसके बगल का विकलांग कंपार्टमेंट प्लेटफॉर्म के नीचे आगया। जब रेलवे ट्रेन में अतिरिक्त कोच जोड़ता है तो विकलांग कोचों पर विचार करना आवश्यक होता है। यात्री प्रतीक मिश्रा ने बताया कि ट्रेन के पिछले हिस्से में बिना अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जाने के कारण इंजन और आगे का दिव्यांग डिब्बा प्लेटफॉर्म से आगे निकल गया। विकलांग यात्रियों के सामने ट्रेन में कैसे चढ़ें, यह गंभीर सवाल था। यह देख साथी यात्रियों ने दिव्यांग को ट्रैक पर उतरकर ट्रेन में चढ़ने में मदद की। इस बीच रेलवे के कुप्रबंधन के खिलाफ रोष जताया जा रहा है।
रेलवे था अनजान
चेन्नई मेल एक्सप्रेस में गुरुवार को दिव्यांग डब्बा प्लेटफॉर्म से नीचे की तरफ आया था। यात्रियों ने इसकी शिकायत रेलवे के मौजूद कर्मचारियों से की, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। साथ ही जब मध्य रेलवे के जनसंपर्क विभाग से इस घटना के बारे में पूछा गया तो एक गंभीर मामला सामने आया कि उन्हें भी इसकी जानकारी नहीं थी।
Modi govt. 2.0 budget: चुनाव पर नजर, बजट पर दिखा असर, जानिए क्या हुआ सस्ता और क्या महंगा