जो इंडिया / मुंबई: मुंबई में भारी बारिश ने एक बार फिर शहर की कमजोर बुनियादी व्यवस्था को उजागर कर दिया है। बीते 24 घंटों में हुई मूसलधार बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में भीषण जलजमाव हो गया, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोकल ट्रेन सेवाएं धीमी, सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें और निचले इलाकों में पानी भरने से स्कूलों को बंद करना पड़ा।

बीएमसी ने मानसून पूर्व नालों की सफाई का दावा किया था, लेकिन बारिश के पहले ही बड़े spell में ही यह व्यवस्था चरमरा गई। दादर, सायन, हिंदमाता, कुर्ला, चेंबूर, अंधेरी और भांडुप जैसे इलाकों में knee-deep पानी भर गया है।
मुंबई की लाइफलाइन मानी जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाएं भी इस बारिश से अछूती नहीं रहीं। सेंट्रल और हार्बर लाइनों पर 15-20 मिनट की देरी और कुछ ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं। जलजमाव के चलते रेलवे पटरियों पर पानी भर गया, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

स्कूल-कॉलेजों को अवकाश, ऑफिस में उपस्थिति कम
BMC ने स्कूलों को एहतियात के तौर पर बंद रखने के निर्देश दिए। कई प्राइवेट कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी, लेकिन दफ्तर जाने वालों को घंटों ट्रैफिक में फंसे रहना पड़ा।
बीएमसी पर उठे सवाल
हर साल की तरह इस बार भी बीएमसी की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं। विपक्षी दलों ने बीएमसी और राज्य सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि इतने बजट के बावजूद हर साल वही समस्याएं क्यों दोहराई जा रही हैं? नालों की समय पर सफाई नहीं हुई, सीवरेज सिस्टम की क्षमता नहीं बढ़ाई गई, और पानी की निकासी के लिए वैकल्पिक योजनाएं तैयार नहीं की गईं।
नागरिकों की नाराज़गी
हिंदमाता में रहने वाली पूजा यादव कहती हैं, “हर साल बारिश में घर के बाहर नदी जैसा दृश्य बन जाता है। बीएमसी सिर्फ विज्ञापन करती है, जमीनी काम नहीं होता।” वहीं दादर के एक दुकानदार रमेश पाटिल ने बताया कि “पानी भरने से दुकान खोलना ही मुश्किल हो गया है, दो दिन का व्यापार ठप हो गया।”
मौसम विभाग की चेतावनी
आईएमडी ने अगले 48 घंटों के लिए मुंबई और उपनगरों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है और नागरिकों से अपील की गई है कि जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें।