Joindia
नवीमुंबईशिक्षा

Orchid International School Seawood: एक हजार फीस के लिए पांच वर्षीय बच्चे को को निजी स्कूल ने बनाया बंधक, पिता ने दर्ज कराई शिकायत

Advertisement

नवी मुंबई । नेरुल के सीवुड स्थिर एक निजी स्कूल (Seawood Stable a private school in Nerul) ने जूनियर कक्षा में पढ़ने वाले पांच वर्षीय बच्चे को बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया है। एक हजार रूपये के लिए चार घंटे तक दूसरे क्लास में बंधक बनाकर रखा। इस मामले में पिता द्वारा दो दिनों तक लगातार लड़ाई के बाद एनआरआई पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है।

Advertisement

छात्र के पिता ने बताया कि मेरा बेटा सीवुड स्थित आर्किड इंटरनेशनल स्कूल (Orchid International School, Seawood) के जूनियर कक्षा में पढ़ता है। स्कूल से फीस के बारे में सूचना मिलने के बाद मैंने बकाया फीस का भुगतान नवंबर में कर दिए थे। बैलेंस जीरो होने के बावजूद अचानक वापस एक हजार रूपये भरने के लिए मैसेज किया गया। लेकिन एक हजार किस लिए भरना है यह जानकारी नहीं दिया गया ।इस बीच 28 जनवरी को सुबह पिता ने बच्चे को स्कूल में छोड़कर आए। दोपहर साढ़े 12 बजे जब बच्चे को लेने गए तब पता चला कि बच्चे को अलग क्लास में सुबह से बिठाया है। कारण पूछे जाने पर बताया गया कि एक हजार रूपये नहीं भरे जाने के कारण बच्चे को अलग क्लास में रखा था। इसके बाद जब प्रिंसिपल के पास जाने की बात कही गई।तो मिलने से मना कर दिया गया ।इस के बाद पिता ने नेरुल पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत किया। लेकिन दूसरे दिन तक किसी भी तरह से कार्रवाई नहीं किया गया। बुधवार को पिता ने स्कूल के खिलाफ अनशन करने की चेतावनी दी तब एनआरई पुलिस पिता का बयान दर्ज कर बुधवार शाम को प्रिंसिपल आर्काडिनेटर के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है। इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल वैशाली सोलानी को संपर्क किया गया तो बताया कि आरोप गलत है बच्चे को अन्य बच्चों के साथ ही रखा गया था। सीसीटीवी कैमरे दिखाए गए है बच्चे के साथ कुछ गलत नहीं हुआ है।फिर भी अभिभावक क्यों नाराज है इसकी जानकारी नहीं हैं।

Advertisement

Related posts

Torres Company: टोरेस कंपनी ने 193 निवेशकों से 4.50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की, पुलिस की कार्रवाई जारी

Deepak dubey

Health: महिलाएं मोटापे से रहे सावधान, पीसीओएस से हो सकती हैं पीड़ित

dinu

health due to covid: अब ‘लीवर’ को भी लपेट रहा कोविड! ४६ फीसदी मरीजों के यकृत हुए असामान्य

Deepak dubey

Leave a Comment