आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षा में मिलेगी मदद
मुंबई।ज्ञान और बुद्धि के देवता भगवान गणेश आ रहे हैं, समाज में आर्थिक रूप से पिछड़े, कमजोर छात्रों की मदद करने के लिए, इस गणेशोत्सव में ‘एक नोटबुक और पेन’ भी चढ़ाएं. आपके द्वारा चढ़ाए गए एक नोटबुक और पेन से अनेकों बच्चों को उनका भविष्य भी संवारने में मदद मिलेगी.
महाराष्ट्र का सबसे बड़ा त्योहार गणेशोत्सव शुरू हो रहा है. इस उत्सव में भाग लेने के लिए भक्त अपने-अपने गांव जाते हैं.महाराष्ट्र में एक महीना पहले से ही इस पर्व की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. त्योहार को भव्य, दिव्य बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. गणेश महोत्सव के दौरान श्रद्धालु गणेश भगवान को माला, पुष्प,अगरबत्ती, नारियल प्रसाद आदि अर्पित करते हैं. हालांकि गणेश जी के चरणों में अर्पित की गई इन वस्तुओं का पुन: उपयोग नहीं किया जाता है. इसलिए, यदि हम मालाओं की संख्या कम कर दें और नारियल, अगरबत्ती और प्रसाद को छोड़कर, ज्ञान के देवता श्री गणेश के चरणों में किताबें, कलम, पेंसिल, किताबें, नोटबुक आदि ले जाएं, तो हमें सच्चे अर्थों में ज्ञान के देवता की पूजा करने से संतुष्टि मिलेगी.आपके द्वारा चढ़ाए गए एक नोटबुक एक पेन अभियान हजारों कमजोर पिछड़े बच्चों का जीवन संवारने में मदद मिलेगी. ‘एक नोटबुक एक पेन’ अभियान के प्रमुख एवं वरिष्ठ पत्रकार राजू झनके ने घरेलू के साथ-साथ सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों से यह अलग अभियान शुरू कर समाज के सामने एक नई मिसाल कायम करने की अपील की है.
महाराष्ट्र में दो साल से कोरोना महामारी के कारण परिवार के मुखिया समेत कई परिवारों ने अपने करीबी रिश्तेदारों को खो दिया है.जहां लोगों की ट्रेन पटरी पर लौट रही है, वहीं महाराष्ट्र के कई निजी स्कूल और कॉलेज प्रबंधन ने अभिभावकों से फीस वसूलना शुरू कर दिया है. इससे माता-पिता भी बेबस हैं. गणेशोत्सव में एकत्रित शैक्षणिक सामग्री से समाज के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों एवं आदिवासी क्षेत्रों के विद्यार्थियों में वितरण एक नया कदम उठाने की अच्छी शुरुआत होगी. इस अभियान में भागीदारी सहित अधिक जानकारी के लिए 9372343108 नंबर पर संपर्क करें