जो इंडिया/ मुंबई: (Mumbai local train stone pelting)
मुंबई की धड़कन कही जाने वाली लोकल ट्रेनें यात्रियों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी का अहम हिस्सा हैं, लेकिन अब इन्हीं ट्रेनों पर सफर करने वाले यात्री असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वजह है – अज्ञात पत्थरबाज़ों का गिरोह, जो ट्रेन के महिला डिब्बों को खासतौर पर निशाना बना रहा है। बीते एक हफ्ते में दो अलग-अलग घटनाओं में महिला यात्रियों पर पत्थर बरसाए गए, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं। इन वारदातों से यात्रियों में डर और आक्रोश का माहौल है।
पहली घटना – महिला की आंख पर पत्थर से चोट
मिली जानकारी के अनुसार, पहली घटना 18 सितम्बर की है। 39 वर्षीय महिला अपने ड्यूटी से छुट्टी लेकर घर लौट रही थीं। उन्होंने सीएसएमटी से गोरगांव स्लो लोकल पकड़ी थी। जैसे ही ट्रेन शिवडी स्टेशन से क्रॉस हुई, महिला डिब्बे पर अचानक पत्थर फेंका गया। यह पत्थर महिला की दाईं आंख पर जा लगा, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गईं। आनन-फानन में उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
दूसरी घटना – कॉलेज छात्रा पर हमला
इसी तरह की दूसरी घटना सोमवार को सामने आई। यह हादसा काटनग्रीन और रे रोड स्टेशन के बीच हुआ। 19 वर्षीय युवती महिला डिब्बे में बैठकर सफर कर रही थी, तभी अचानक किसी अज्ञात व्यक्ति ने तेज़ी से पत्थर फेंका। पत्थर युवती के चेहरे पर आकर लगा, जिससे उसका चेहरा लहूलुहान हो गया और काफी खून बहने लगा। घायल युवती को भी तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
यात्रियों में खौफ और सवाल
इन घटनाओं के बाद से महिला यात्री खासतौर पर डरी हुई हैं। रोज़ाना लाखों लोग मुंबई की लोकल ट्रेनों में सफर करते हैं, लेकिन इस तरह की घटनाओं ने उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। महिला यात्रियों का कहना है कि वे अब लोकल ट्रेन में सफर करने से डरने लगी हैं।
पुलिस की कार्रवाई
वडाला रेलवे पुलिस ने दोनों मामलों में शिकायत दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि यह किसी शरारती तत्वों की करतूत है और आरोपियों की तलाश तेजी से जारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आसपास के इलाकों में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जल्द ही पत्थरबाज़ों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यात्रियों की मांग
यात्रियों और सामाजिक संगठनों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि लोकल ट्रेन मार्गों पर सुरक्षा गश्त बढ़ाई जाए, महिला डिब्बों पर विशेष नजर रखी जाए और ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।