जो इंडिया /
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प्रमुख प्रभावित गांवों में जसखार, सोनारी, नवीन शेवा और करल शामिल हैं, जो जेएनपीए और सिडको के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि हर साल की तरह इस बार भी नालों की सफाई और जलनिकासी की तैयारी समय पर नहीं हुई।
हालांकि प्रशासन का दावा है कि सफाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे अलग है। उरण तहसीलदार डॉ. उद्धव कदम ने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर गांवों में पानी घुसा तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।
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