रिपेयरिंग के नाम पर खानापूर्ति, प्रशासन कर रहा नजरअंदाज
मुंबई | मध्य रेलवे का मुलुंड स्थित आरपीएफ रेलवे कॉलोनी में लगभग एक महीने से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है | रेलवे जवानो को पानी खरीदकर इस्तेमाल करने के लिए मजबूर हुए | इसके बावजूद रेलवे प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं लिए जाने के कारण मानसिक रूप से परेशान हो रहे है | इसकी शिकायत किए जाने के बावजूद प्रशासन रिपेयरिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किए जाने की जानकारी जवानों के परिवार से मिली है |
बतादें कि मुलुंड में आरपीएफ जवानो के लिए कॉलोनी बना हुआ | जिसमे जवानो के लिए आरबी 2 के 48 फ़्लैट है जब की अधिकारियो के लिए आरबी 3 के लगभग १२ फ़्लैट है | इस कॉलोनी में बीएमसी से पानी लेकर जलापूर्ति किया जाता है | इसके लिए रेलवे के तरफ से मोटर लगाए गए है |इन मोटर के सहारे पम्पिंग कर जलापूर्ति की जाती है | इस कॉलोनी में अधिकारियो के लिए बने आरबी 3 में जलापूर्ति में किसी भी तरह की समस्या नहीं हो रही है |लेकिन जवानो के लिए बने आरबी 2 के फ्लैटों में जलापूर्ति के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है | यह समस्या लगभग पिछले एक महीने से हो रहा है |जिसके कारण मजबूरन जवानो को पिने के लिए पानी खरीदकर लाना पड़ रहा है | जब की नहाने आदि के इस्तेमाल के लिए पास के प्लेटफार्म या आस पास से लाने को मजबूर है | इन जवानो को सबसे अधिक समस्या सुबह ऑफिस जाते समय दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है | इसके साथ ही उनके बच्चो को स्कुल या कॉलेज जाते समय हो रहा है | इसकी शिकायत बार बार सम्बंधित अधिकारी से किए जाने के बावजूद नजर अंदाज किया जा रहा है |
ठेका पर नियुक्त कर्मचारी बरत रहे लापरवाही
सूत्रों की माने तो इस कॉलोनी में पहले रेलवे के तरफ से नियुक्त कर्मचारी पानी सभी फ्लैट में छोड़ते थे | लेकिन वह कुछ महीने पहले रिटायर्ड हो गए | इसके बाद तीन लोगो ठेके पर नियुक्त किया गया है तब से यह पानी की समस्या हो रही है | उनके तरफ से कुछ लापरवाही बरते जाने का आरोप भी यहां के परिवार कर रहे है | मजबूरन खुलकर सामने नहीं आ रहे की कंही प्रशासन के तरफ से उन्हें परेशान किया जाने लगे|
इलेक्ट्रिक विभाग को बताया दोषी
इस सन्दर्भ में मुलुंड रेलवे कॉलोनी की आईओडब्ल्यू प्रणीति मैडम से संपर्क किए जाने पर बताया कि पिछले काफी समय से पानी की समस्या है यह सच्चाई है लेकिन इसके लिए रेलवे इलेक्ट्रिक विभाग को बताया गया है पम्पिंग करने वाले मशीन के कुछ प्रॉब्लम है | मोटर भी बदली किया जा चूका है फिर भी समस्या है इसकी जानकारी इलेक्ट्रिक विभाग को बताया गया है जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा |