मुंबई: जिस प्रकार महाराष्ट्र में आए दिन बढ़ रहे महिलाओं के ऊपर अत्याचार को ध्यान में रखते हुए, श्री. छत्रपति शिवाजी महाराज(Mr. Chhatrapati Shivaji Maharaj)की प्रेरणा लेकर, समाज की जागरूक संस्था, “दुर्गाशक्ति सामाजिक संस्थान’ द्वारा चलाए जाने वाले शिविर ‘शिवकालीन शस्त्र प्रशिक्षण”(“Weapon Training of Shiva”)प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मलाड के पूर्व कुरार गांव में आयोजित किया था, बारह सप्ताह चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं को वक्तव्य से लेकर तलवार तक, नियुद्ध से लेकर दान-पट्टे तक की शिक्षा महिलाओं को आत्मसुरक्षा के उद्देश्य से सिखाई गई, जिसमें कि दिंडोशी विधानसभा की बहुत सी बहनों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, आज के समय में जहां एक ओर समस्त जन-समाज दुनियाभर के चकाचौंध में व्यस्त है, कोई इंस्टाग्राम पर कुछ अच्छे कंटेंट बना करके लोगों को खुश करने का कार्य कर रहे हैं तो, कुछ अश्लील रील्स बना करके स्वयं के नृत्य कलाओं का प्रदर्शन रिल्स के माध्यम से कर रहे हैं, आज के सोशल मीडिया के दौर में, वेस्टर्न कल्चर को लेकर, हमारी भारतीय संस्कृति विलुप्त होती नजर आ रही है, और कहीं न तो कहीं इसका दुष्प्रभाव हमारे समाज पर पड़ता जा रहा है, परिणाम स्वरूप: हमारे महाराष्ट्र में महिलाओं के प्रति अपराधों की संख्या में वृद्धि होती जा रही हैं, ऐसे में हमारी भारतीय महिलाओं को स्वयं की मुखुभूमिका में वापस लेकर आने हेतु, मुंबई की महिलाओं एवं बच्चों को हमारी वीर वीरांगनाओं के बारे में जानकारी दे कर उन्हें उनके युद्धकौशल सिखाने का कार्य ‘दुर्गाशक्ति सामाजिक संस्थान” द्वारा किया जा रहा है, अत: बीते दिन रविवार, ०६ अक्टूबर २०२४ को शिवकालीन शस्त्र प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिवस को संस्थान द्वारा प्रशिक्षित समस्त बहनों एवं बच्चियों को संस्थान द्वारा, सम्मान चिन्ह, मेडल, एवं प्रमाणपत्र दे कर सम्मानित किया गया, इस बारह साप्ताहिक कठोर एवं कठिनाइयों से परिपूर्ण प्रशिक्षण शिविर में शुरुआत से लेकर अंत तक शिक्षा प्राप्त करने वाले शिक्षार्थी क्रमश: प्रांजल सुर्वे, राजश्री, प्रत्युषा, मयूरी, वैष्णवी, भाग्यश्री, माही, भूमिका, सेजल, गार्गी, साक्षी, भक्ति, डालिया, सुमित, सूर्यांश, अंकित, कृष्णा बड़े, पूर्वा, नीलेश एवं अरुण गावेकर, हरितालिका, प्रणाली, अशोक, विघ्नेश, जान्हवी एवं अन्य शिक्षार्थियों को अंतत: समाज के प्रतिष्ठित नेतृत्वकर्ता, बजरंगदल कोंकण प्रांत संयोजक रंजीत जाधव, आरपीएफ व.पो.नि. अशोक शुक्ला, पो.नि. अमर जगदाळे, समाजसेवी श्रीमती. डॉ. नूतन सिंह, नगरसेविका श्रीमती. सुरेखा पाटिल, नगरसेवक विनोद मिश्रा, समाजसेवक मिथलेश शुक्ला जी, एवं संस्थान को मुख्य रूप से सहयोग करने वाली जागरूक समाजसेवी कु. श्रेया गणेश शिंदे जी की उपस्थिति में शिवकालीन शस्त्र प्रशिक्षण के शिविर में सहभागी हुए महिलाओं को सम्मानित करने के पश्चात मुंबई कार्याध्यक्ष कमल सिंह द्वारा सर्वोत्तम प्रशिक्षिका कु. स्वाति गुप्ता को तलवार भेंट करके कार्यक्रम का सफलतापूर्वक विजय तिलक समारोह पूर्ण किया गया, जिसे पूर्ण करने हेतु जमीनी स्तर पर कार्यरत जाबांज और जुझारू युवती, संस्थान की राष्ट्रीय संयोजिका कु. अर्चना द्विवेदी (प्रियांशी) महाराष्ट्र सचिव एवं प्रमुख प्रशिक्षक राज सिंह, एवं डायरेक्टर पंकज शर्मा (कृष्णा जी) के मार्गदर्शन में समस्त सहयोगी समूह किशन सिंह, नवनीत कनौजिया, अंकिता विश्वकर्मा, आदित्य विश्वकर्मा, सुभाष पारीक, आकाश विश्वकर्मा, शुभम तिवारी, एवं अन्य समस्त गणमान्यों की उपस्थिति में समाज की बहनों हेतु महत्वपूर्ण कार्यक्रम संपन्न किया गया!
“Weapon Training of Shiva”: स्वयं की सुरक्षा करने के लिए मुंबई की महिलाओं ने सकुशल पूर्ण किया ‘शिवकालीन शस्त्र प्रशिक्षण”
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