जो इंडिया / मुंबई : महाराष्ट्र की महायुति सरकार (Mahayuti government of Maharashtra) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एकनाथ शिंदे गुट के बीच खटास खुलकर सामने आने लगी है। शिंदे गुट के विधायक बाबूराव कदम (Baburao Kadam, MLA of Shinde faction) ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर अपमान जारी रहा, तो महायुति से अलग होना ही बेहतर विकल्प होगा।
बाबूराव कदम ने कहा, “महायुति सरकार को जो जनादेश मिला है, उसमें सबसे बड़ा चेहरा एकनाथ शिंदे का था। आज अगर भाजपा यह कह रही है कि कोई भी जाए तो हमें फर्क नहीं पड़ता, तो यह बहुत ही अहंकारपूर्ण रवैया है।”
यह बयान राज्य मंत्री अतुल सावे के उस कथन के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा के पास अपने बलबूते पर बहुमत है, किसी के आने-जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। शिंदे गुट इस बयान को अपनी उपेक्षा के तौर पर देख रहा है।
शिंदे गुट की नाराज़गी के प्रमुख बिंदु:
भाजपा मंत्रियों द्वारा शिंदे गुट के विधायकों की फाइलें रोकना
विकास प्रस्तावों को मंजूरी न देना
गठबंधन में बराबरी का सम्मान न मिलना
सार्वजनिक मंच से भाजपा नेताओं के विवादास्पद बयान
बाबूराव कदम ने कहा:
> “मैं 25 वर्षों से जनसेवा में हूं, जिला परिषद का चेयरमैन रहा हूं। अगर आज हमारी बातों को नजरअंदाज किया जा रहा है तो यह अस्वीकार्य है। भाजपा के मंत्री हमारी योजनाएं रोक रहे हैं, यह साझेदारी नहीं अपमान है।”