जो इंडिया / मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने फर्जी राशन कार्ड धारकों ( Ration card cancellation in Maharashtra ) पर बड़ा कदम उठाते हुए करीब 18 लाख राशन कार्ड रद्द कर दिए हैं। इस कदम का उद्देश्य सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तव में जरूरतमंद और पात्र लोगों तक पहुँचाना है। सरकार की इस पहल को डिजिटल ट्रांसपेरेंसी की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
joindia- Ration card ई-केवायसी से पारदर्शिता और सटीकता
राज्य भर में सभी राशन कार्डों के लिए e-KYC अनिवार्य की गई है, जिससे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लाभ लेने वालों को बाहर किया जा सके। अब तक 5.20 करोड़ कार्डों का ई-केवायसी पूरा हो चुका है, जिससे स्पष्ट हुआ है कि बड़ी संख्या में पात्र नागरिकों ने प्रक्रिया पूरी की है।
सरकार का कहना है कि इस अभियान से लाखों जरूरतमंदों को राहत मिलेगी, जिन्हें पहले अपात्र लोगों के कारण पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न नहीं मिल पाता था। अब वे ज्यादा पारदर्शिता और सम्मान के साथ अपना हक पा सकेंगे।
Ration card डिजिटल सुविधा से आसान प्रक्रिया
ई-पॉस मशीनों की जगह अब नागरिक घर बैठे मोबाइल से e-KYC कर सकते हैं, जिससे उन्हें राशन दुकानों की लंबी कतारों में नहीं लगना पड़ेगा। इससे ग्राम स्तर पर भी डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है।
सकारात्मक प्रभाव आने वाले समय में
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस पहल का दीर्घकालीन प्रभाव गरीबों के लिए फायदेमंद होगा। सरकारी खाद्यान्न का वितरण अब अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी होगा, जिससे वास्तविक लाभार्थी सशक्त बनेंगे।
“पात्र को लाभ, अपात्र को बाहर” see on joindia
महाराष्ट्र सरकार की इस पहल को डिजिटल भारत अभियान की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि पात्र नागरिकों को किसी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है और ई-केवायसी की प्रक्रिया अभी भी जारी है, जिससे बचे हुए लोग भी इसमें भाग ले सकें।
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