मुंबई:- मुझे सामाजिक कार्यों में ज्यादा रुचि है। मैंने कई बार यह बात कही है। (Nitin Gadkari) अब बहुत हो गया है, लोगों को अगर यह बात पटती है तो वोट दो, नहीं तो मत दो। मैं अब किसी को ज्यादा मस्का लगाते नहीं बैठूंगा। मैं नहीं तो मेरी जगह कोई और चुनकर आएगा। ऐसा स्पष्ट मत केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nititin Gadkari) ने सोमवार को व्यक्त किया। वनराई फाउंडेशन की तरफ से आयोजित सत्कार समारोह में वे बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि राजनीति का मतलब पैसा कमाने का धंधा नहीं, राजनीति का मतलब है समाजनीति, राष्ट्रनीति, विकासनीति आदि धर्मनीति है। राजनीति मतलब धर्मनीति है। सामाजिक आर्थिक परिवर्तन राजनीतिक उद्देश्य होना चाहिए है। इसलिए समाज में विशेषता गरीबों की सेवा राजनीति के माध्यम से होना अपेक्षित है।
राजनीतिक से दूर जाने का संकेत
भाजपा के संसदीय समिति से गडकरी को कुछ महीना पहले हटा दिया गया है। इसके अलावा भाजपा के कई कमेटियों से भी गडकरी को हटाया गया है। इसलिए भाजपा के शीर्ष नेताओं से गडकरी नाराज हैं ऐसी चर्चा की जा रही है। नागपुर के कार्यक्रम में गडकरी द्वारा किए गए वक्तव्य से कयास लगाए जा रहे हैं कि वे अब राजनीति से दूरजा सकते हैं।