मुंबई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) द्वारा शनिवार को प्रस्तुत आठवें बजट पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने तीखा हमला बोला। पटोले ने इसे आंकड़ों की भूलभुलैया और घोषणाओं का गोलमाल करार देते हुए कहा कि यह बजट आम लोगों की समस्याओं का समाधान करने में नाकाम साबित हुआ है।
पटोले के अनुसार, बजट में किसानों को ऋण माफी और कृषि उपज के लिए गारंटीकृत मूल्य के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या की दर सबसे अधिक है, और किसान सरकार से ऋण माफी की उम्मीद कर रहे थे, जो इस बजट में पूरी नहीं हुई।
कांग्रेस नेता ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन के लिए कोई ठोस योजना नहीं है और आयकर में 12 लाख रुपये तक की छूट की घोषणा असमंजस में डालने वाली है। पटोले ने यह भी कहा कि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मनरेगा योजना के बजट में कटौती की है और स्वास्थ्य तथा शिक्षा के लिए कोई पर्याप्त प्रावधान नहीं किया है।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह बजट केवल दिखावे का है, जो आम आदमी को ठगने का काम कर रहा है।