जो इंडिया / मुंबई: चुनाव के समय महायुति सरकार ने ‘मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना'(‘Chief Minister’s Ladli Behan Scheme’) के तहत हर महिला को 2100 रुपये प्रति माह देने का वादा किया था। लेकिन सत्ता में लौटने के महीनों बाद भी सरकार ने महिलाओं को सिर्फ 1500 रुपये देकर वादा निभाने से किनारा कर लिया है।
अब कैबिनेट मंत्री नरहरि झिरवाल (Cabinet Minister Narhari Jhirwal) ने स्पष्ट कहा है कि “2100 रुपये देने का कोई वादा ही नहीं था” और यह भी जोड़ दिया कि “महिलाएं 1500 रुपये में ही खुश हैं”। इस बयान के बाद महिलाओं के बीच भारी गुस्सा फैल गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री आदिती तटकरे ने कहा है कि अप्रैल महीने की किस्त जल्द मिलेगी, लेकिन जिन महिलाओं को पहले से नमो किसान योजना से 1000 रुपये मिलते हैं, उन्हें केवल 500 रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।
विपक्ष ने सरकार पर जनता के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया है और पूछा है कि जब घोषणा पत्र में 2100 रुपये का वादा किया था, तो अब मुकरने का क्या औचित्य है?
राज्यभर में बहनों के बीच अब सवाल गूंज रहा है — “हमारा 2100 रुपये का अधिकार कहां गया?”