मुंबई। विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा कि विपक्ष नागपुर के शीतकालीन सत्र में महंगाई,बेरोजगारी और आम जनता के सामने कृषि जैसे मुद्दों पर बेमौसम के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर ईडी सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है. विदर्भ में बारिश, कपास, सोयाबीन और धान के किसानों ने आज महा विकास अघाड़ी की बैठक के बाद कहा।
नागपुर में 19 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र को देखते हुए महाविकास अघाड़ी में पार्टियों के प्रमुख नेताओं की अहम बैठक आज विधानभवन में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार के कार्यालय में हुई. इस बैठक में विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे, वरिष्ठ नेता छगन भुजबल, बालासाहेब थोराट, अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, दिलीप वलसे-पाटिल, एकनाथराव खडसे, हसन मुश्रीफ, अनिल शामिल थे. विधानमंडल के दोनों सदनों में परब, सुनील प्रभु, अजय चौधरी, शशिकांत निशदे, भाई जगताप, सचिन अहीर, सुरेश वरपुडकर, अमीन पटेल, अनिल पाटिल, बलराम पाटिल, अबू आजमी, कपिल पाटिल, रईस शेख मौजूद थे.
तीन सप्ताह का सत्र
इस सत्र में महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दों के साथ-साथ विदर्भ के कई मुद्दों के समाधान की कोशिश की जा रही है. विपक्ष जोर दे रहा है कि विदर्भ के मुद्दों पर चर्चा की जानी चाहिए, लेकिन सरकार ने शीतकालीन सत्र के लिए दो सप्ताह की अवधि का प्रस्ताव दिया है, जिसे हम स्वीकार नहीं करते हैं। हमारी मांग है कि यह सत्र कम से कम तीन सप्ताह तक चले। हम 5 दिसंबर को विधायी मामलों की सलाहकार समिति की आगामी बैठक में सत्र विस्तार का विषय उठाने जा रहे हैं। साथ ही हम सभी विपक्षी दल मिलकर और संगठित होकर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे