डोंबिवली। देश के बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण के लिए कई विदेशी संगठन कतार में हैं। लेकिन अब से हम गरीब लोगों के पैसे से इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का इरादा रखते हैं और हम देश के सेवानिवृत्त, सफाई कर्मचारियों, सैनिकों, कांस्टेबलों से विदेशी संगठनों से कोई पैसा लिए बिना पैसा जुटाना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कल्याण में ऐलान किया कि वह इन कर्मचारियों को 8 फीसदी रिफंड देंगे और इस पैसे से देश में हाईवे बनाएंगे।
एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से बातचीत करते हुए उन्होंने देश के इंफ्रास्ट्रक्चर, बैंकिंग, आम आदमी आदि पर आलोचनात्मक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के देश भारत की ओर देख रहे हैं और उनके साथ व्यापार करना चाहते हैं। लेकिन ऐसा करते हुए अगर भारत को महाशक्ति बनना है तो आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करना जरूरी है। गडकरी ने यह भी कहा कि आधुनिकीकरण और पश्चिमीकरण दो अलग-अलग शब्द हैं और हम पश्चिमीकरण का बिल्कुल समर्थन नहीं करेंगे।
विश्वसनीयता बाजार में नहीं खरीदी जा सकती
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कल्याण में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि विश्वसनीयता 21वीं सदी की सबसे बड़ी पूंजी है और इसका कोई शॉर्टकट नहीं है। गडकरी ने कहा कि सामाजिक और सहकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए लोगों का विश्वास जीतना जरूरी है, यही असली पूंजी है और उसी ताकत से सफलता के शिखर पर पहुंचना संभव है.