मुंबई। गायक और संगीतकार शंकर महादेवन (Shankar Mahadevan, Singer and Music Composer) ने रविवार को अपनी शंकर महादेवन अकादमी (Shankar Mahadevan Academy) के जरिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन वाशी में किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नवोदित कलाकारों और बच्चों को संगीत की शिक्षा देना था। कार्यक्रम में विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन किया गया, जिसमें छोटे-बड़े सभी कला प्रेमियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।इस मौके पर शंकर महादेवन ने कहा कि संगीत या किसी भी कला को सीखने का अधिकार केवल अमीरों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सभी के लिए है—चाहे वे गरीब हों या अमीर, छोटे हों या बड़े।इस दौरान शंकर महादेवन ने अपने 25 वर्ष पहले गाए गाने में कहा था कि सुन गौर से दुनिया वालो बुरी नजर ना हम पे डालो सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी,,,इसी गाने को अब बदलते हुए उन्होंने कहा है कि ‘ अब सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी ‘ इस गाने में बदलाव का मकसद है देश को दुनिया में विकसित होने के साथ ही भारत का तेजी से हो रहे विकास और बढ़ती ताकत को बताना है ।उन्होंने कहा कि आगे भी उनके अकादमी के माध्यम से ऐसे प्रयास जारी रखेगी।
Shankar Mahadevan: संगीत सीखने का अधिकार अमीर-गरीब, सभी का – शंकर महादेवन, 25 वर्ष पुराने अपने गाने में बदलाव कर भारत को बताया ‘ सबसे आगे हिंदुस्तानी ‘
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