जो इंडिया / मुंबई
मुंबई में मनपा (BMC) द्वारा सड़कों के सीमेंटीकरण कार्य के तहत जगह-जगह खुदाई की जा रही है, लेकिन समय पर मरम्मत न होने से नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बांद्रा, अंधेरी, विले पार्ले, मालाड सहित कई इलाकों में खुदाई के कारण फुटपाथ गायब हो गए हैं और सड़कें धूल-मिट्टी से भरी हुई हैं।
फुटपाथ खराब, स्ट्रीट लाइट गायब – पैदल यात्री जाएं कहां?
बांद्रा पश्चिम में हिल रोड स्थित सेंट पीटर चर्च के पास फुटपाथ पर मलबा पड़ा हुआ है और निर्माण अधूरा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि रात में स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण यहां अंधेरा रहता है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
विले पार्ले पश्चिम में भी सड़क खुदाई के कारण यातायात बाधित हो रहा है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।
मालाड पश्चिम के अक्सा बीच रोड पर मरम्मत कार्य के कारण वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है, जिससे स्थानीय निवासियों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है।
गोरेगांव पूर्व में आरे भास्कर रोड की खुदाई धीमी गति से चल रही है, जिससे नागरिकों में रोष है।
सोशल मीडिया पर मुंबईकरों का गुस्सा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर मुंबईकर50 नामक यूजर ने बांद्रा हिल रोड के फुटपाथ का वीडियो साझा कर स्थानीय विधायक से मदद की गुहार लगाई।
नागरिकों की प्रतिक्रियाएं
फातिमा शेख (बांद्रा रहवासी) – “मनपा को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और सही ठेकेदारों का चुनाव करना चाहिए, जो समय पर काम पूरा कर सकें।”
ऑडरी डेमोंटे (बांद्रा) – “हम कहां चले? सड़क पर? पूरे इलाके में धूल ही धूल उड़ रही है, फुटपाथ पर फेरीवालों का कब्जा है, और प्रशासन को कोई चिंता नहीं है।”
मोहम्मद हदीस सिद्दीकी (मालाड) – “हर जगह खुदाई हो रही है, ट्रैफिक से राहत नहीं है। मीठ चौकी से मालवणी पहुंचने में घंटों लग रहे हैं। मनपा में चुनाव नहीं हो रहे हैं, सरकार को तुरंत चुनाव कराना चाहिए ताकि विकास कार्य तेजी से हो।”
नितेश उपाध्याय (सोशल वर्कर, कांदिवली) – “मनपा को पारदर्शिता के साथ काम करना चाहिए और करप्शन बंद करना चाहिए। हर निर्माण स्थल पर यह स्पष्ट करना चाहिए कि काम कब तक पूरा होगा, ताकि जनता को सही जानकारी मिले।”
क्या मनपा लेगी कोई ठोस कदम?
नागरिकों की लगातार शिकायतों और सोशल मीडिया पर बढ़ते दबाव के बावजूद, मनपा (BMC) की ओर से कोई ठोस बयान नहीं आया है। सवाल यह है कि क्या मुंबईकरों को मॉनसून से पहले अच्छी सड़कों की सुविधा मिल पाएगी, या यह परेशानी यूं ही बनी रहेगी?