जो इंडिया / बीड (महाराष्ट्र): महाराष्ट्र के बीड जिले के गेवराई शहर (Gevrai town in Beed district of Maharashtra) में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां ‘गाज़ा पट्टी’ (The Gaza Strip) और ‘फिलिस्तीन'(Palestine) के लोगों की मदद के नाम पर एक युवक ने सोशल मीडिया पर फर्जी तरीके से चंदा इकट्ठा किया। आरोपी ने ‘हिमायत फाउंडेशन’ नामक एक संस्था के माध्यम से जनता की सहानुभूति हासिल कर लाखों रुपये एकत्र किए, लेकिन यह धन किसी आधिकारिक संस्था के खाते में न जाकर, सीधे उसके निजी बैंक खातों में जमा हुआ।
आरोपी की पहचान शाहरुख उर्फ छोटू मिया कुरेशी (निवासी: राजगली, गेवराई) के रूप में हुई है।
उसने हिमायत फाउंडेशन का नाम लेकर QR कोड के जरिए पैसा इकट्ठा किया, जबकि इस संस्था के पास विदेशों में सामाजिक कार्य करने का कोई वैध लाइसेंस नहीं था। एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) को जैसे ही इस गतिविधि की सूचना मिली, उन्होंने तुरंत कार्रवाई कर आरोपी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया।
इस ठगी में कई स्थानीय नागरिकों से लाखों रुपये वसूले गए, जोकि मदद के लिए नहीं बल्कि आरोपी के निजी हितों के लिए उपयोग में लाए गए। यह केवल एक आर्थिक धोखाधड़ी नहीं, बल्कि इससे जुड़ी देश की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई जा रही है।
वर्तमान में पुलिस और ATS मिलकर इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या यह मामला किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ा है या इसके पीछे आतंकवादी संगठनों का कोई हाथ है।