जो इंडिया / मुंबई:
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वेदिका ने आलिया भट्ट के निजी खातों और उनके प्रोडक्शन हाउस से दो साल के दौरान फर्जी बिल बनाकर करोड़ों रुपये का चूना लगाने की साजिश रची। जुहू पुलिस में दर्ज एफआईआर में बताया गया कि मई 2022 से अगस्त 2024 तक उन्होंने 77 लाख रुपये से अधिक की राशि अवैध तरीके से अपने दोस्त के अकाउंट में ट्रांसफर की।
📌 कैसे हुआ खुलासा?
मामला तब सामने आया जब आलिया की कंपनी ने नियमित ऑडिट के दौरान वित्तीय अनियमितताओं को पकड़ लिया। जांच में पाया गया कि वेदिका बार-बार फर्जी बिल तैयार करके आलिया के दस्तखत लेती और रकम अपने दोस्त के खाते में भेज देती।
आश्चर्यजनक रूप से, अक्टूबर 2022 में भी वेदिका की गलत हरकतें पकड़ी गई थीं, लेकिन उन्होंने माफी मांगकर दूसरा मौका मांग लिया। आलिया और उनकी कंपनी ने मानवीय आधार पर उन्हें काम पर बनाए रखा। लेकिन इसके बावजूद धोखाधड़ी का सिलसिला चलता रहा।
📌 गिरफ्तारी तक का सफर
जनवरी 2025 में जुहू पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया, लेकिन तब से ही वेदिका फरार हो गईं। पिछले 5 महीने में वह लगातार अपना ठिकाना बदलती रहीं और कोर्ट से अग्रिम जमानत की कोशिश करती रहीं, लेकिन नाकाम रहीं। आखिरकार पुलिस ने उन्हें बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया और मुंबई लाकर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
📌 कितनी सजा हो सकती है?
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय दंड संहिता की धारा 316 के तहत अगर आरोपी दोषी पाई जाती है तो उसे 7 साल तक की कैद और जुर्माना दोनों हो सकते हैं। हालांकि अंतिम सजा अदालत के फैसले पर निर्भर होगी।
📌 बॉलीवुड में कोई नई बात नहीं
गौरतलब है कि आलिया भट्ट से पहले भी कई सितारे इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं। अमिताभ बच्चन, सुष्मिता सेन और श्रद्धा कपूर के साथ भी उनके कर्मचारियों ने इस तरह की घटनाएं की हैं। सितारों की व्यस्तता और अपने स्टाफ पर अत्यधिक भरोसा ही अक्सर उनके खिलाफ जाता है।
🔴 क्या कहना है पुलिस का?
जांच अधिकारी ने बताया कि “आरोपी वेदिका शेट्टी ने जानबूझकर लंबे समय तक सुनियोजित तरीके से यह हेराफेरी की। ऑडिट रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले की परतें खुलीं। आरोपी से पूछताछ जारी है।”