नवी मुंबई ।प्री-मानसून कार्यो के निर्देशों के अनुसार उचित तरीके से कार्य नहीं किये जाने के कारण मूसलाधार बारिश में आवासीय क्षेत्रों, सड़कों, सबवे में पानी भरने जैसी विभिन्न समस्याओं का सामना नवी मुंबई के नागरिको को करना पड़ता है। इस संबंध में मनपा प्रशासन को इन समस्याओं को दूर करने के लिए तत्काल उपाय करने की सूचना नाईक ने दिए है।
बता दें कि नवी मुंबई के कई विभिन्न मुद्दों को लेकर विधायक गणेश नाईक ने शुक्रवार को मनपा आयुक्त से मुलाकात किये। शुक्रवार को नाईक की साठवीं बैठक थी। पता हो कि कोरोना काल के दौरान नाईक ने कोरोना के नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय करने के साथ-साथ विभिन्न नागरिक मुद्दों के समाधान के लिए आयुक्तों के साथ नियमित बैठकें की हैं। जो कि अभी भी चालू ही हैं। इस दौरान नाईक एवं आयुक्त बांगर के कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण होने पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा बधाई दिया गया। इस दौरान पूर्व सांसद डॉक्टर संजीव नाईक, पूर्व महापौर जयवंत सुतार, सुधाकर सोनवणे, पूर्व सभागृहनेता रवींद्र इथापे, पूर्व स्थायी समिती के सभापती अनंत सुतार, पूर्व विरोधी पक्षनेता दशरथ भगत आदी उपस्थित थे। नवी मुंबई में पिछले दस दिनों से जारी मूसलाधार बारिश के कारण कोपरखैरने, सानपाड़ा, घनसोली, महापे और अन्य सबवे में पानी भर गया है। तुर्भे परिसर में सड़को पर पानी भर वे रहिवासी इलाको में घुस गया है। इसके चलते रहवासियों के सामानों का भारी नुकसान हुआ है। भूयारी मार्गो में लगे पंपों की क्षमता कम होने के कारण भारी बारिश में भूयारी मार्ग से पानी निकाला नही जा सका है। नाईक ने इसके लिए अधिक क्षमता के पंप लगाने का सुझाव दिए थे जिसे आयुक्त बांगर ने मान्य किये। इस दौरान नाईक ने कहा कि बारिश के कारण सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और इससे वाहन चालकों व नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन गड्ढों को तुरंत केमिकल मिश्रित गिट्टी का उपयोग करके भरा जाए। मानसून से पहले पेड़ों की कटाई ठीक से नहीं की गई थी। कई जगह पेड़ उखड़ गए। इस ओर आयुक्त का ध्यान आकर्षित करते हुए नाईक ने जल्द से जल्द सड़क पर पड़े पेड़ों और शाखाओं को हटाने की सूचना दिए है। आगे उन्होंने कहा कि दीघा इलठणपाडा में पत्थर ढह गई। संभावित दुर्घटनाओं से नागरिकों की रक्षा की जानी करे।मनपा की आपातकालीन व्यवस्था को सतर्क रखा जाए। शहर में मानसून की बीमारियों ने अपना कहर फैलाना सुरु कर दिया है। इससे बच्चे विशेष रूप से प्रभावित हैं। नाइक ने मांग की कि इन महामारी रोगों को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक चिकित्सा उपचार सुविधाएं प्रदान कर दवाइयां उपलब्ध की जाए।