जोइंडिया/ मुंबई : (BJP vs Shiv Sena)
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार को हमें उजागर करना होगा। जिस प्रकार से चाय पर चर्चा किया उसी तरफ हमें भी भ्रष्टाचार पर चर्चा करना होगा। चाय की छोटी टपरी पर बैठकर हमें भ्रष्टाचार पर चर्चा से शुरुआत करनी हो पड़ी होगी और भक्तों के आंखों से पट्टी निकलना होगा और उन्हें असली देशभक्ति क्या है यह दिखाएंगे। इसका प्रयास हमें करना होगा।
मुंबई बेचने वालों को हम नहीं छोड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि भाषा के अनुसार प्रांत रचना के बाद भी मुंबई महाराष्ट्र को नहीं मिली थी, हमारे पूर्वजों ने खून बहाकर उसे हासिल किया। अब यह मुंबई किसी व्यापारी के गले में जाने नहीं देंगे। भाजपा सरकार मुंबई को व्यापारियों के झोली में डालने की साजिश कर रही है ऐसा करने वाले किसी को हम नहीं छोड़ेंगे। इस दौरान मनपा चुनाव से पहले भरे की राजनीति करने वाली भजापा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा का किसी काम में हाथ नहीं, लेकिन श्रेय वे ले लेते हैं। बीडीडी चॉल के काम का शुभारंभ मैंने किया था, जितेंद्र आव्हाड ने इसके लिए मेहनत की थी। अब भाजपा वाले कह रहे हैं कि उन्होंने बीडीडी चॉल खड़ी की। मुंबई के नाइटलाइफ़ पर ये लोग बोल रहे थे। लेकिन अब वही लोग यह फैसला ले रहे हैं। 24 घंटे दुकाने शुरू करने की बात की है। हम भी तो यही कर रहे थे। मकाऊ जाकर नाइटलाइफ़ जीने वाले, ये लोग हम पर टीका करते थे।
सवा दो लाख करोड के नुकसान में मुंबई
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई आज के दिनों में सवा दो लाख करोड रुपए के नुकसान में चल रही है मुंबई की जनता को ना तो कोई सुविधा है ना यहां पर साफ सफाई ना कोई योजना। अधिकारी और नेता मिलकर लूट रहे हैं। सरकार अधिकारियों पर कार्रवाई कर रही है लेकिन मंत्री और नेता खुले में लूट कर रहे हैं। उन पर कोई एक्शन नहीं हो रहा है।
राज्य में किसानों को मदद नहीं, बिहार में 10- 10 हजार रुपये सीधे खाते में
राज्य में बाढ़ आता को लेकर उन्होंने फडणवीस सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य का किसान हताश है, संघर्ष कर रहा है। आत्महत्या के लिए मजबूर है लेकिन देवेंद्र फडणवीस अभी भी “अभ्यास” कर रहे हैं। उधर प्रधानमंत्री कोई मदद के लिए प्रस्ताव ही नहीं मिल रहा है। इसलिए वे कोई मदमद ही नहीं कर रहे। जबकि बिहार में चुनाव गए तो मंच पुछह की कितना दे दूं बिहार को, महिलाओं के खातों में 10-10 हजार रुपये डाल दिए। लेकिन महाराष्ट्र के बर्बाद हुए किसानों को कुछ नहीं दिया।
भाजपा सैलरी पर वोटर बना रही हैं।
उन्होंने कहा कि पैसे इनके पास हैं, लेकिन महाराष्ट्र से नफरत की वजह से मदद नहीं कर रहे। जहां भी चुनाव होता है मोदी सरकार और राज्य की भाजपा सरकार जमकर पैसे लुटाती है। महाराष्ट्र में भी चुनाव से पहले बहनों को 15 -15 सौ रुपए दिए गए। कुछ के घर मजबूरी थी। लेकिन इन पैसों के बदले मतदाता खरीदे गए। वही हाल बिहार में हो रहा है। भाजपा की औलादें सैलरी पर वोटर बना रहे हैं। हमें तय करना होगा कि वेतन पर मतदाता बनना है या स्वाभिमानी मतदाता।
जीएसटी लगाया किसने था?
उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर जीएसटी को लेकर हमला बोला और कहा कि मोदी हर चीज़ को महोत्सव बना देना चाहते हैं। जीएसटी कम करके श्रेय ले रहे हैं इसे उत्सव बना रहे हैं अरे लेकिन जीएसटी किसने लगाया था? क्या नेहरू ने लगाया था? आठ साल तक जनता को लूटा, और अब महोत्सव मना रहे हैं। पिछले 8 सालों में सरकार ने डेढ़ सौ से 200 लाख करोड रुपए जनता वसूल चुकी है और आज का रही है कि उत्सव मनाओ।
साथ आये हैं साथ रहने के लिए
उद्धव ठाकरे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे साथ आएंगे क्या? यह सवाल कई लोगों के मन में है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जहाँ मराठी भाषा का अपमान होगा, मातृभाषा का सवाल आएगा, वहाँ हम सबकुछ भूलकर साथ आएंगे। हमे हिंदी का विरोध नहीं है।