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Rakhi market: रक्षाबंधन की रौनक: बाजारों में सजी राखियों की दुकानें, रिश्तों के धागों से महक उठा माहौल

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जो इंडिया / मुंबई / नई दिल्ली।

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भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन (Rakshabandhan) जदीक आते ही देशभर के बाजारों में रौनक लौट आई है। कोरोना काल और आर्थिक सुस्ती के बाद इस बार राखी के बाजारों में गजब की चहल-पहल देखी जा रही है। हर छोटी-बड़ी दुकान, स्टॉल और मॉल राखियों, उपहारों और मिठाइयों से सज गए हैं।

रंग-बिरंगी राखियों के थालों से बाजार ऐसे महक उठे हैं कि हर कोई बहन अपने भाई के लिए कुछ खास तलाश रही है। इस बार बाजारों में पारंपरिक रेशमी और मोती की राखियों के साथ-साथ इको-फ्रेंडली, बीज वाली, कार्टून कैरेक्टर, फोटो राखी और चांदी-गोल्ड प्लेटेड राखियों की भी खूब मांग है। दुकानदारों के मुताबिक इस बार पिछले साल के मुकाबले 20–25% ज्यादा खरीदी हो रही है।

दिल्ली की सदर बाजार, लखनऊ की अमीनाबाद और मुंबई की झवेरी बाजार में भीड़ बढ़ी
देश के प्रमुख बाजारों में पिछले हफ्ते से ही खरीदारों की भीड़ देखने को मिल रही है। दिल्ली के सदर बाजार में राखी के सैकड़ों थोक विक्रेता दिन-रात ऑर्डर पैक करने में लगे हैं। दुकानदार बताते हैं कि लोग ऑनलाइन की बजाय इस बार बाजार से खुद जाकर राखियां खरीदना पसंद कर रहे हैं।

मुंबई के झवेरी बाजार के एक दुकानदार रमेश जैन कहते हैं,
“इस बार बच्चों के लिए सुपरहीरो राखियां, बहनों के लिए पर्ल और गोल्डन राखियों की बहुत डिमांड है। लोग राखी के साथ छोटे-छोटे गिफ्ट पैक भी खूब ले रहे हैं।”

इको-फ्रेंडली राखियों का नया ट्रेंड
पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ने से इस बार बीज युक्त राखियों की मांग बढ़ी है। इन राखियों को बाद में गमले में बोया जा सकता है और उसमें पौधा निकल आता है। यही वजह है कि युवाओं में इस बार यह खासा पसंद की जा रही है।

मिठाई और उपहारों की दुकानों पर भी रौनक
राखी का त्योहार सिर्फ राखी तक सीमित नहीं। मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स के डिब्बों की बिक्री भी बढ़ी है। लड्डू, बर्फी, चॉकलेट्स और फैंसी उपहार पैक की दुकानों पर भी भीड़ देखी जा रही है।

पुलिस ने जारी की गाइडलाइंस
त्योहार के मद्देनज़र ट्रैफिक और सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने भी बाजारों में गश्त बढ़ा दी है। पार्किंग की व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण के लिए खास इंतजाम किए गए हैं।

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