जो इंडिया / पुणे: महाराष्ट्र के पुणे जिले के मंचर कस्बे (Manchar town in Pune district of Maharashtra) में बुधवार रात उस समय सनसनी फैल गई जब एक महिला पत्रकार पर खबर कवर करते वक्त कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। यह घटना उस वक्त हुई जब वह स्थानीय विवाद पर रिपोर्टिंग कर रही थीं। महिला पत्रकार को हल्की चोटें आई हैं और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुछ असामाजिक तत्वों ने पहले उन्हें धमकाया और फिर धक्का-मुक्की करते हुए कैमरा और मोबाइल भी तोड़ दिए। घटना के बाद पत्रकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पत्रकार संगठनों का विरोध प्रदर्शन
घटना के विरोध में गुरुवार को मंचर सहित पुणे के कई हिस्सों में पत्रकारों ने काले पट्टे बांधकर प्रदर्शन किया और इस हमले को ‘लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला’ करार दिया। महाराष्ट्र पत्रकार संघ के अध्यक्ष ने कहा कि ‘‘यह हमला सिर्फ महिला पत्रकार पर नहीं, बल्कि लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है। अगर दोषियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन होगा।’’

सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य के गृहमंत्री ने ट्वीट कर घटना की निंदा की और पुलिस को 24 घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। पुलिस के मुताबिक हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
महिला पत्रकार बोलीं — डरकर नहीं रुकूंगी
अस्पताल में भर्ती महिला पत्रकार ने कहा कि ‘‘मुझे चोट आई है लेकिन मेरा हौसला टूटा नहीं। मैं डरकर पीछे नहीं हटूंगी। सच दिखाना ही मेरा मकसद है और मैं आगे भी सच बोलती रहूंगी।’’
क्या कहते हैं आंकड़े?
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के मुताबिक देश में पत्रकारों पर हमलों के मामलों में बीते 3 वर्षों में 30% की वृद्धि हुई है। महिला पत्रकारों के लिए हालात और भी चुनौतीपूर्ण हैं।
मांगें
हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी और मुकदमा
पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए
महिला पत्रकारों के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था