केंद्रीय अर्थसंकल्प (union budget) में मुंबई और महाराष्ट्र (maharashtra and mumbai) के हिस्से में कुछ भी नहीं आया है। महाराष्ट्र से परियोजनाएं को अन्य राज्यों में ले जाया गया लेकिन गुजरात (gujrat) और कर्नाटक (karnatak) को बजट में छूट दी गई है। यह महाराष्ट्र के जख्मों पर नमक छिड़कने का एक प्रकार है। यह महाराष्ट्र को दिल्ली के सामने झुकाने का प्रयास है ऐसा हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने किया है।
मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने बजट को लेकर आदित्य ठाकरे ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा को राजनीतिक सफलता मिली है और जहां चुनाव आ रहे हैं, उन राज्यों को बजट में बहुत कुछ दिया गया है। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि यह बजट महिलाओं और युवाओं के लिए निराशाजनक है।
राज्य में सरकार होने के बावजूद कुछ नहीं मिला!
कर्नाटक में आगामी चुनाव में भाजपा को अधिक सिंटे मिलेगी ऐसा एग्जिट पोल के आंकड़ा बताते हैं। इसलिए कर्नाटक के लिए बजट में खर्च किया गया है। महाराष्ट्र और मुंबई का जिक्र तक नहीं हैं। महाराष्ट्र में असंवैधानिक सरकार होने के बावजूद कुछ हासिल नहीं हुआ, अब यह देखना है कि बीजेपी के नेता इसका क्या जवाब देते हैं ऐसा तंज भी आदित्य ठाकरे ने कसा है।