मुंबई। महाराष्ट्र में राज्य परिवहन महामंडल (एसटी) (State Transport Corporation (ST) in Maharashtra) की बस किराए में हुई वृद्धि के खिलाफ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने सड़कों पर उतरकर जोरदार आंदोलन किया। राज्यभर के विभिन्न स्थानों पर इस किराया वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किए गए, जिनमें संभाजीनगर और मराठवाड़ा में अंबादास दानवे के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन शामिल हैं।
शिवसेना के नेताओं का आरोप है कि चुनावों के दौरान ‘लाडकी बहन’ और ‘लाडके भाई’ (‘Ladki Bahan’ and ‘Ladki Bhai’) जैसी मुफ्त योजनाओं का प्रचार करने वाली सरकार ने अब जनता को आर्थिक बोझ में डालने का फैसला किया है। शिवसेना का कहना है कि एसटी बस किराए में 15 प्रतिशत की भारी वृद्धि ने सत्ताधारियों की असली मानसिकता को उजागर कर दिया है।
शिवसेना ने यह भी सवाल उठाया है कि दिवाली से पहले इस किराया वृद्धि पर चर्चा हो रही थी, लेकिन चुनावों के दौरान इसकी घोषणा टाल दी गई। अब जबकि चुनाव खत्म हो चुके हैं, सरकार ने यह निर्णय लिया है। परिवहन मंत्री के अनुसार, एसटी निगम को रोजाना तीन करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है, और इसी वजह से किराया वृद्धि जरूरी थी। हालांकि, शिवसेना का कहना है कि पिछले साल सितंबर में सरकार ने एसटी के मुनाफे का दावा किया था, जो अब झूठा साबित हो रहा है।
शिवसेना ने इस किराया वृद्धि को जनविरोधी बताते हुए सरकार पर दबाव बनाने का संकल्प लिया है, और इसका आंदोलन आगामी दिनों में भी जारी रहेगा। पार्टी का कहना है कि एसटी बसें महाराष्ट्र की आम जनता के लिए परिवहन का मुख्य साधन हैं और इस वृद्धि से जनता पर और आर्थिक बोझ बढ़ेगा।