जो इंडिया / मुंबई
मुंबई मेट्रो परियोजना (mumbai metro project) में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। फ्रांसीसी इंजीनियरिंग कंपनी सिस्ट्रा ने मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) के अधिकारियों पर अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। लेकिन अब एमएमआरडीए ने सिस्ट्रा पर ही गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कंपनी ने गोपनीयता भंग की, भारतीय कानूनों का उल्लंघन किया और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की।
एमएमआरडीए का जवाब
एमएमआरडीए ने अपनी 27 पन्नों की रिपोर्ट में दावा किया कि विवाद केवल लागत बढ़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि सिस्ट्रा ने कई भारतीय कानूनों का उल्लंघन किया है। रिपोर्ट के अनुसार, सिस्ट्रा ने श्रम कानूनों का पालन नहीं किया, संविदा गोपनीयता का उल्लंघन किया और बिना अनुमति के बाहरी एजेंसियों को महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं।
गोपनीयता उल्लंघन और सुरक्षा खतरे का आरोप
एमएमआरडीए ने यह भी खुलासा किया कि सिस्ट्रा ने बिना मंजूरी के वेन कंसल्टिंग इंडिया नाम की कंपनी को नियुक्त किया, जिससे मेट्रो प्रोजेक्ट के डिजाइन, संरचनात्मक योजनाएं, ड्रोन फुटेज और अन्य गोपनीय जानकारी असुरक्षित हो गईं। रिपोर्ट में कहा गया कि इस तरह की जानकारियां अनधिकृत व्यक्तियों और संगठनों तक पहुंचने से सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है।
अनियमितताओं और अधूरे काम पर सवाल
एमएमआरडीए का दावा है कि सिस्ट्रा की कार्यशैली में कई खामियां थीं, जिनमें शामिल हैं:
लागत में अनुचित वृद्धि
सुरक्षा मानकों की अनदेखी
लापरवाही के कारण मेट्रो प्रोजेक्ट में देरी
अनधिकृत तीसरे पक्ष को परियोजना स्थल पर नियुक्त करना, जिससे सुरक्षा जोखिम बढ़ा
भ्रष्टाचार के आरोप कब लगे?
सिस्ट्रा ने एमएमआरडीए पर भ्रष्टाचार के आरोप तब लगाए जब उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू हुई। रिपोर्ट के अनुसार, 18 जनवरी को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दौरान सिस्ट्रा के ग्लोबल सीईओ ने एमएमआरडीए को प्रदर्शन सुधारने का आश्वासन दिया था, लेकिन कोई बदलाव नहीं हुआ।
इसके बाद 6 फरवरी को एमएमआरडीए ने सिस्ट्रा को निलंबन नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद ही सिस्ट्रा ने सरकार को पत्र लिखकर 92.34 करोड़ रुपये की बकाया राशि, स्वीकृतियों में देरी और अनुबंध के कार्यों को हटाने की शिकायत दर्ज कराई।
अब आगे क्या?
सिस्ट्रा ने कहा है कि वे जल्द ही इस मामले में आधिकारिक बयान जारी करेंगे और उनकी कानूनी टीम इस पर काम कर रही है।
वहीं, एमएमआरडीए ने कहा कि उनके अधिकारी पूरी पारदर्शिता बरत रहे हैं और सभी निर्णय नियमों के अनुसार लिए गए हैं।
अब सरकार की जांच के नतीजे तय करेंगे कि क्या वाकई एमएमआरडीए में भ्रष्टाचार हुआ है या सिस्ट्रा खुद गड़बड़ियों को छुपाने के लिए यह खेल खेल रही है।