जो इंडिया / मुंबई: मुंबई एवं महाराष्ट्र के कई हिस्सों में लगातार चौथे दिन भी भारी से अति-भारी बरसात जारी रही। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) व मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कई इलाकों के लिए रेड/ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं और राहत-कार्य तथा बचाव गतिविधियाँ जारी हैं। इस बारिश ने सड़कों पर बड़े पैमाने पर जलभराव, लोकल ट्रेन व सड़कों पर यातायात बाधित होने, हवाई संचालन में देरी और कई स्थानों पर लोगों के स्थानांतरण जैसे गंभीर प्रभाव पैदा किए हैं।
क्या कारण है — अचानक इतनी तेज बारिश क्यों हो रही है?
मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव / मॉनसून ट्रॉफ के कारण पश्चिमी तट और महाराष्ट्र में मानसूनी हवाएँ सक्रिय हो गई हैं। इस प्रणाली ने उत्तर कोंकण से केरल तक एक ट्रॉफ रेखा सक्रिय कर दी है, जिसके कारण कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और घाटों में बहुत भारी बारिश हो रही है। वरिष्ठ वैज्ञानिक एस.डी. सानप ने भी इसी व्याख्या की पुष्टि की है। IMD की प्रेस रिलीज़ में भी 19-21 अगस्त के दौरान महाराष्ट्र में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान दिया गया है।
पिछले 24 घंटे के आंकड़े — किन इलाकों में कितना गिरा
IMD व स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कई उपनगरीय इलाकों में 200 mm से अधिक वर्षा दर्ज हुई — विक्रोली (Vikhroli) में सर्वाधिक 255.5 mm, भायखला (Byculla) ~241 mm, सांताक्रूज़ ~238.2 mm, जुहू ~221.5 mm व बांद्रा ~211 mm दर्ज किए गए। दक्षिण मुंबई (कोलाबा/महालक्ष्मी) में कम पड़ने के बावजूद उपनगरों में उफान देखा गया। इन आँकड़ों ने शहर के अनेक हिस्सों में जलभराव और नालों/नदियों के स्तर में तेज वृद्धि का कारण बना।
मीठी नदी और निकटवर्ती इलाकों की स्थिति
मीठी नदी के जलस्तर में तेज वृद्धि दर्ज की गई — रिपोर्टों में बताया गया कि नदी का जलस्तर खतरे के समीप पहुँच गया या कुछ रिपोर्टों के अनुसार खतरनाक स्तर पार कर निकटवर्ती बस्तियों में जलभराव हुआ और प्रशासन ने जोखिम वाले इलाकों से निवासियों का स्थानांतरण कराया। BMC और NDRF/SDRF की टीमें प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य में तैनात हैं। मरीजों/आवश्यक सेवा केन्द्रों तक पहुंच सुनिश्चित करने के प्रयास भी जारी हैं।
यातायात व सेवाओं पर प्रभाव
लोकल व कई लंबी दूरी की ट्रेन सेवाओं में रद्दीकरण/डिले हुआ; केंद्रीय रेलवे ने कुछ जोड़ों को रद्द किया। एयरलाइन्स व हवाई अड्डे पर भी देरी हुई।
शहर के कई मार्ग जलमग्न होने के कारण सड़क यातायात ठप या धीमा रहा; कुछ सबवे/अंडरपास बंद किए गए।
जनजीवन और नुकसान
राहत व बचाव के मुताबिक राज्य भर में कई लोगों को अस्थायी तौर पर सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया। कुछ क्षेत्रों में घरों में पानी घुसने व दुकानों/वाहनों को नुकसान की खबरें आईं। कुछ समाचारों में बारिश से संबंधित दुर्घटनाओं और मृत्यु के समाचार भी रिपोर्ट हुए हैं — राज्य प्रशासन ने सभी नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक बाहर न निकलने का आग्रह किया है।
IMD का सबसे ताज़ा पूर्वानुमान — कितने दिन और बारिश रहेगी?
IMD की आधिकारिक प्रेस रिलीज़ एवं अपडेट के अनुसार (19 अगस्त जारी) महाराष्ट्र में 19–21 अगस्त के बीच व्यापक बारिश होने का अनुमान है; खासकर कोंकण व उससे सटे घाटी क्षेत्रों में “भारी से अति-भारी” व कुछ स्थानों पर “अत्यधिक” बारिश संभव है। अगले 3-4 दिन की अवधि में मॉनसून सिस्टम की तीव्रता पर निर्भर करते हुए स्थिति में सुधार या और बिगड़ाव हो सकता है — परन्तु वर्तमान संकेत 19 से कम-से-कम 21 अगस्त तक सतर्क रहने के हैं।
क्या सावधानी रखें — प्रशासन की सलाह
केवल अत्यावश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें; नदियों/नालों/खाड़ी किनारे न जाएँ।
जल भराव वाले रास्तों से वाहन न चलाएँ; पानी की गहराई छुपी हो सकती है।
बिजली के गिरने/शॉर्ट सर्किट के जोखिम को देखते हुए खिड़कियाँ/दरवाज़े बंद रखें और विद्युत उपकरणों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
प्रशासनीय अलर्ट व मोबाइल चेतावनियों पर ध्यान दें; प्रभावित इलाकों के लोग स्थानीय राहत केन्द्रों/प्रशासन द्वारा दिए निर्देशों का पालन करें।
प्रशासन व राहत कार्य — क्या चल रहा है?
राज्य सरकार, जिलों की आपदा प्रबंधन टीमें, BMC, NDRF व SDRF सक्रिय हैं। प्रभावित स्थानों से लोगों को निकाला जा रहा है, जल निकासी व मार्गों की सफाई की जा रही है और मेडिकल/फूड सहायता प्रदान की जा रही है। राज्य के उच्चस्तरीय अधिकारीयों ने अगले 48 घंटे को “नाजुक” बताया है और नागरिकों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने का आग्रह किया गया है।