जो इंडिया / मुंबई : वित्तीय वर्ष 2024-25 (Financial Year 2024-25) के अंतिम दिन, 31 मार्च को, प्रदेश की महायुति सरकार (maharashtra government) ने 200 से अधिक शासनादेश जारी किए, जिनमें हजारों करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की गई। छुट्टियों के बावजूद, मंत्रालय में अधिकारियों की हलचल बनी रही, और आधी रात तक विभिन्न विभागों का कार्य जारी रहा।
बजट सत्र समाप्त होने के तुरंत बाद, वित्त विभाग ने आवंटित धनराशि के वितरण की प्रक्रिया तेज कर दी थी। अंतिम दिन जारी किए गए शासनादेशों में आदिवासी घटक कार्यक्रम, आश्रम विद्यालयों, सिंचाई परियोजनाओं, बाढ़ और भारी वर्षा से हुए नुकसान के लिए मुआवजा, खेल परिसरों और अनुसंधान संस्थानों के लिए अनुदान शामिल हैं।
सरकार ने विभागों को पहले ही निर्देश दिया था कि वे नकदी प्रवाह के अनुसार धनराशि की योजना बनाएं और समय पर खर्च करें। इसके बावजूद, अंतिम समय में बड़े पैमाने पर निधि वितरण यह दर्शाता है कि सरकारी विभाग अब भी अंतिम समय में धन खर्च करने की प्रवृत्ति जारी रखे हुए हैं।
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