जो इंडिया / मुंबई: मध्य रेलवे के मोटरमैन (Central Railway Motorman) अब ट्रेन की केबिन में लगाए जा रहे सीसीटीवी कैमरों (cctv cameras) के विरोध में मोर्चा खोलने जा रहे हैं। मोटरमैनों का कहना है कि ये कैमरे ‘सुरक्षा’ के नाम पर उन पर मानसिक दबाव डालने का तरीका है, जिसे वे बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि प्रशासन ने 3 मई तक यह फैसला वापस नहीं लिया, तो 4 मई से आंदोलन शुरू किया जाएगा।
रेलवे प्रशासन (Railway Administration) के नए निर्देश के अनुसार, सिग्नल के पास आते समय मोटरमैन को कैमरे के सामने हाथ उठाकर सिग्नल की पुष्टि करनी होगी। यह नियम ना सिर्फ अपमानजनक है, बल्कि कार्य में बाधा पहुंचाने वाला भी है — ऐसा मानना है श्रमिक यूनियनों का।
इस विरोध को रेल कर्मचारी सेना का भी समर्थन मिला है। संगठन के कार्याध्यक्ष संजय जोशी ने कहा कि मोटरमैन पहले से ही अत्यंत जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं, ऐसे में अतिरिक्त निगरानी का कोई औचित्य नहीं है।
यह मुद्दा अब रेलवे प्रशासन बनाम मोटरमैनों की प्रतिष्ठा का बन गया है, और देखना होगा कि 3 मई से पहले कोई समाधान निकलता है या 4 मई से मुंबई की लोकल सेवाएं आंदोलन की चपेट में आती हैं।