जो इंडिया / मुंबई: महाराष्ट्र की महायुति सरकार (Mahayuti government of Maharashtra) में दरारें अब छुप नहीं पा रही हैं। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुणे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Deputy Chief Minister Eknath Shinde met Union Home Minister Amit Shah in Pune) से मुलाकात कर अपनी नाराज़गी खुलकर जाहिर की। शिंदे ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि अजित पवार के नेतृत्व वाले वित्त विभाग द्वारा शिवसेना विधायकों की फाइलें रोकी जा रही हैं और फंड का वितरण पक्षपातपूर्ण तरीके से किया जा रहा है।
राजनीतिक हलकों में इस मुलाकात को गंभीर संकेत माना जा रहा है। शिंदे गुट का मानना है कि यदि वे सत्ता में भागीदार हैं, तो सभी घटक दलों को समान अवसर और संसाधन मिलने चाहिए। इससे पहले भी शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक ने एसटी महामंडल को फंड न मिलने को लेकर असंतोष जताया था।
सूत्रों की मानें तो शाह ने इस मामले को गंभीरता से लिया है, लेकिन फिलहाल किसी समाधान की घोषणा नहीं हुई है। महायुति के अंदर चल रहे इस शीतयुद्ध ने गठबंधन की स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर लोकसभा चुनावों से पहले।