मुंबई। राज्य में विधानसभा चुनाव(assembly elections in the state) समाप्त हुए और नई सरकार का गठन भी हो गया, लेकिन मुंबई महानगरपालिका (मनपा) के कई कर्मचारी, जो चुनावी ड्यूटी पर तैनात थे, अभी तक अपनी नियमित ड्यूटी पर नहीं लौटे हैं। मनपा के 5,000 से अधिक कर्मचारियों की गैरहाजिरी के कारण विभागीय कामकाज प्रभावित हो रहा है। ऐसे में मनपा ने संबंधित कर्मचारियों को नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के भीतर काम पर लौटने का आदेश दिया है।
60,000 कर्मचारी थे चुनाव ड्यूटी पर तैनात
मुंबई मनपा के कुल 60,000 कर्मचारियों को विधानसभा चुनाव की विभिन्न जिम्मेदारियां दी गई थीं। इनमें मतदाता सूचियों का प्रबंधन, नए पंजीकरण, मतदान प्रक्रिया और मतगणना जैसे कार्य शामिल थे। चुनावी प्रक्रिया सफलतापूर्वक समाप्त हो गई है, लेकिन कई कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर लौटने में देरी कर रहे हैं।
5,000 कर्मचारी अभी भी अनुपस्थित
चुनावी कार्य के समापन के बावजूद मनपा के 5,000 से अधिक कर्मचारी अब तक काम पर नहीं लौटे हैं। इससे विभिन्न विभागों, जैसे नागरिक सेवाओं, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के कामकाज में रुकावट आ रही है।
मनपा की चेतावनी
मनपा प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि ये कर्मचारी एक सप्ताह के भीतर काम पर नहीं लौटते, तो उनके वेतन में कटौती की जाएगी। मनपा ने अपने नोटिस में कहा कि कर्मचारियों की अनुपस्थिति से जनता को असुविधा हो रही है, और विभागीय कामकाज ठप पड़ा है।
कर्मचारियों से अपील
मनपा अधिकारियों ने कर्मचारियों से जल्द से जल्द काम पर लौटने और अपने कर्तव्यों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चुनावी ड्यूटी के बाद कर्मचारियों को नियमित ड्यूटी पर लौटना आवश्यक है, ताकि नागरिक सेवाएं सुचारू रूप से चल सकें।
मुंबई मनपा कर्मचारियों की अनुपस्थिति प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है। मनपा द्वारा वेतन कटौती की चेतावनी कर्मचारियों को जिम्मेदारी का एहसास कराने का एक सख्त कदम है। समय पर काम पर लौटने से न केवल विभागीय कार्य सामान्य होंगे, बल्कि नागरिकों को भी राहत मिलेगी।