Joindia
आध्यात्मकल्याणकाव्य-कथाकोलकत्ताक्राइमखेलठाणेदिल्लीदेश-दुनियानवीमुंबईपालघरफिल्मी दुनियाबंगलुरूमीरा भायंदरमुंबईराजनीतिरोचकसिटीहेल्थ शिक्षा

2008 मालेगांव ब्लास्ट केस: एक और गवाह अपने बयान से पलट गया, अब तक 19 गवाहों ने बदले अपने बयान; गवाह ने कहा-किसी आरोपी को नहीं जानता

[ad_1]

मुंबई14 घंटे पहले

कॉपी लिंक29 सितम्बर 2008 को महाराष्ट्र में नासिक जिले के मालेगांव में बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें 7 लोगों की मौत हो गई थी। - Dainik Bhaskar

29 सितम्बर 2008 को महाराष्ट्र में नासिक जिले के मालेगांव में बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें 7 लोगों की मौत हो गई थी।

2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में एक और गवाह अपने बयान से मुकर गया है। इसे लेकर अदालत के सामने अपने बयान से मुकरने वाले गवाहों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। मामले की सुनवाई राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के न्यायाधीश पीआर सित्रे दैनिक आधार पर कर रहे हैं। एनआईए इस मामले में 235 लोगों की कोर्ट में गवाही दिलवा चुकी है।

सुनवाई के दौरान गवाह ने कहा कि वह केवल लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित को पहचानता है। अदालत में मौजूद आरोपियों में पुरोहित भी थे। गवाह ने कहा कि वह अन्य किसी आरोपी को नहीं जानता और ना ही कभी उनसे मिला। हालांकि, पहले 27 दिसंबर 2008 को महाराष्ट्र एटीएस के सामने गवाह ने बयान दर्ज कराते हुए कहा था कि वह आरोपी व्यक्तियों की दो बैठकों में शामिल हुआ था। एक बैठक जनवरी 2008 में भोपाल में और दूसरी उसी साल अप्रैल में नई दिल्ली में हुई थी। एटीएस के अनुसार हमले की योजना बनाने के लिए अभिनव भारत समूह के सदस्यों द्वारा बैठकें आयोजित की गई थीं।

गवाह बोला-याद नहीं क्या बयान दिया थागवाह ने यह भी कहा कि उसने कभी भी दक्षिणपंथी समूह ‘अभिनव भारत’ की किसी भी बैठक में भाग नहीं लिया और उसे नहीं याद है कि उसने इसके पहले जांच एजेंसियों से क्या कहा था। आतंकवाद रोधी दल (एटीएस) और एनआईए ने बाद में इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी। अभियोजन पक्ष के अनुरोध पर अदालत ने घोषित कर दिया कि गवाह मुकरा गया है।

हेमंत करकरे ने किया था प्रताड़ित: गवाहसुनवाई के दौरान गवाह ने शिकायत की कि उसे महाराष्ट्र एटीएस, विशेष रूप से तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे द्वारा प्रताड़ित किया गया था। इसके बाद अभियोजन पक्ष ने आरोपी को मुजरिम घोषित कर दिया था।

मामले में इन्हें बनाया गया है आरोपीमामले के आरोपियों में बीजेपी नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय रहीरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी शामिल हैं, जो जमानत पर बाहर हैं।

2008 में हुए धमाके में छह की हो गई थी मौत29 सितंबर, 2008 को मुंबई से करीब 200 किलोमीटर दूर मालेगांव शहर में एक मस्जिद के पास बाइक से बंधा विस्फोटक फट जाने से छह लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक घायल हो गए थे। मालेगांव उत्तर महाराष्ट्र के नासिक जिले का एक सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर है। धमाके के बाद 30 सितंबर 2008 को मालेगांव के आजाद नगर पुलिस थाने में मामले दर्ज किए गए।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Related posts

CRIME: 1200 पेज की चार्जशीट और 62 बयान, सरस्वती वैद्य हत्याकांड में अहम अपडेट

Deepak dubey

कश्मीर फाइल्स की लड़ाई सड़क पर आई: अमरावती में फिल्म देख कर लौट रहे दो गुट आपस में भिड़े, 15 लोग हुए गिरफ्तार; इलाके में तनाव

cradmin

RAILWAY: ट्रेन का इमरजेंसी ब्रेक कैसे दबाते हैं? लोको पायलटों के प्रशिक्षण के लिए सीएसएमटी में विशेष

Deepak dubey

Leave a Comment