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राज्य सरकार का डराने वाला खुलासा: पिछले 7 महीने में राज्य में हुई 8584 बच्चों की मौत, इनमें से ज्यादातर नागपुर, पुणे और मुंबई से

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मुंबईएक दिन पहले

कॉपी लिंकमंत्री ठाकुर ने बताया कि सबसे ज्यादा 923 बच्चों की जान नागपुर में गई, जिसके बाद मुंबई शहर में 792, औरंगाबाद में 587, पुणे में 422, नासिक में 417 बच्चों की मौत हुई। - Dainik Bhaskar

मंत्री ठाकुर ने बताया कि सबसे ज्यादा 923 बच्चों की जान नागपुर में गई, जिसके बाद मुंबई शहर में 792, औरंगाबाद में 587, पुणे में 422, नासिक में 417 बच्चों की मौत हुई।

महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने बुधवार को बताया कि राज्य में पिछले साल फरवरी से अगस्त के बीच कोविड महामारी की अवधि के दौरान पांच साल से कम उम्र के 8584 बच्चों की मौत हुई। महामारी के दौरान बच्चों की मौत के मुद्दे पर विधानसभा में दिए लिखित जवाब में ठाकुर ने कहा कि ऐसी घटनाएं औद्योगिक और आर्थिक रूप से मजबूत जिलों में अधिक हुईं।

मंत्री के बयान में मौत के कारणों को स्पष्ट नहीं किया गया था। ठाकुर ने बताया कि सबसे ज्यादा 923 बच्चों की जान नागपुर में गई, जिसके बाद मुंबई शहर में 792, औरंगाबाद में 587, पुणे में 422, नासिक में 417 बच्चों की मौत हुई। इनमें से ज्यादातर बच्चे 0 से पांच साल की उम्र तक के हैं। उन्होंने बताया कि राज्य ने महामारी के दौरान गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, कुपोषित और बीमार बच्चों की उपेक्षा नहीं की।

एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गयामंत्री ठाकुर ने कहा कि महामारी के दौरान, स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था और माताओं और बच्चों की स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन पर समिति की सिफारिशों को लागू किया जा रहा है।

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