तीन घंटे में होगा शिर्डी दर्शन
आठ घंटे में पहुंचेंगे नागपुर
मुंबई।शिर्डी का सफर अब आसान होने वाला है।मुंबई से नागपुर के बीच बन रहा देश का सबसे हाईटेक हाइवे का काम करीब 85 फीसदी तक पूरा हो गया है। अगले साल तक मुंबई से नागपुर तक पूरा हाइवे खोलने की योजना है।उससे पहले शिर्डी से नागपुर तक समृद्धि महामार्ग के उद्घाटन की घोषणा खुद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की है।इस घोषणा के अनुसार 15 अगस्त से शिर्डी से नागपुर के बीच आवाजाही शुरू हो जाएगी। शिरडी से नागपुर के बीच हाइवे 95 फीसदी तक बन चुका है। ठाकरे सरकार इस वर्ष मई में नागपुर से शेलू बाजार के बीच 210 किमी के हाईवे का उद्घाटन करने वाली थी। जानवरों को हाइवे से दूर रखने के लिए बने रहे ओवर पास का काम पूरा नहीं होने की वजह से खोलने के निर्णय को टाल दिया गया है। अब सरकार सीधे करीब 520 किमी के हाइवे को शुरू करने जा रही है।
मुंबई से नागपुर तक बने रहे 701 किमी लंबे समुरुद्धि महामार्ग का करीब 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। नागपुर से मुंबई के बीच बने महामार्ग को तीन चरणों में खोला जाएगा। अगस्त 2022 में पहला फेस और 2023 तक पूरा मार्ग खोल दिया जाएगा। पहले चरण के तहत 520 किमी लंबे हाइवे को खोला जाएगा, जो नागपुर से शिरडी तक का होगा। साल के अंत तक दूसरे चरण में 623 किमी हाइवे को खोल दिया जाएगा। यह नागपुर से इगतपुरी तक का हाइवे होगा। अंत में पूरे 701 किमी लंबा हाइवे पर आवाजाही शुरू हो जाएगा।
8 घंटे में पूरा होगा सफर
महामार्ग के बन जाने पर मुंबई से नागपुर केवल 8 घंटे में पहुंचना संभव होगा। मौजूदा समय में यह सफर पूरा करने में 13 से 15 घंटे लगते हैं। राज्य के सबसे बड़े महामार्ग पर 300 से अधिक छोटे-बड़े पुल होंगे। मार्ग में 240 छोटे पुल, 54 फ्लाइओवर और 28 बड़े पुल तैयार हो रहे हैं। अत्याधुनिक सुविधा से युक्त इस परियोजना को सुपर कम्युनिकेशन एक्सप्रेस वे के नाम से भी पहचाना जाता है। यह हाइवे राज्य के 10 जिलों से होकर गुजरेगा। इससे अप्रत्यक्ष रूप से 10 जिलों सहित कुल 24 जिलों को लाभ होगा।
सुरक्षा दीवार
समृद्धि महामार्ग देश का पहला सबसे बड़ा हाइवे है, जिसके दोनों तरफ सुरक्षा दीवार होगी। 700 किमी के हाइवे पर 1400 किमी की सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य चल रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने की योजना का भी विशेष खयाल रखा गया है। हर 40 से 50 किमी पर हाइवे के दोनों तरफ वाहनों की चार्जिंग की व्यवस्था की गई है। समृद्धि महामार्ग पर देश की सबसे आधुनिक टोल प्रणाली का इस्तेमाल होने वाला है। इसके तहत वाहन चालकों को केवल उतना ही टोल चुकाना होगा, जितना उन्होंने सफर किया है। नई तकनीक के तहत वाहन चालकों से एंट्री पॉइंट के बजाय जब वह हाईवे से बाहर निकलेंगे, तब उनसे टोल वसूला जाएगा।
खुद पूरी करेगा बिजली की जरूरत
इस हाईटेक हाइवे पर बिजली उत्पादन भी किया जाएगा। इसके तहत, हाइवे के इंटरचेंज के करीब 35 से 40 हेक्टेयर जमीन पर सोलर पावर प्रॉजेक्ट लगाए जाएंगे। प्रारंभिक चरण में हाइवे के 7 इंटरचेंज के करीब सोलर पैनल लगाए जाएंगे। 7 स्थानों पर लगने वाले सोलर पैनल से रोजाना करीब 161 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा। 161 मेगावॉट बिजली से राज्य के करीब डेढ़ लाख घरों की रोजाना बिजली की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है।